महाराष्ट्र के पालघर जिले में चोर होने के संदेह में तीन लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। इस मामले में पालघर पुलिस ने 110 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा प्रदेश की उद्धव ठाकरे सरकार की ओर से उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए है और दोषियों को कड़ी सजा देने का आश्वासन दिया गया है।
पालघर पुलिस ने ट्वीट कर कहा, 'इस मामले में 110 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें से 9 किशोर हैं। 101 लोगों को 30 तारीख तक पुलिस रिमांड पर रखा गया है, जबकि 9 किशोरों को किशोर गृह भेज दिया गया है। मामले में आगे की जांच की जा रही है। घटना की जांच शुरू कर दी गई है।'
वहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि इस मामले में दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने रविवार को जांच का आदेश दिए जाने की जानकारी देते हुए इस घटना को कोई सांप्रदायिक रंग नहीं देने की भी चेतावनी दी, क्योंकि तीन मृतकों में दो लोग साधु बताए जा रहे हैं।
इसके अलावा, प्रदेश के गृह मंत्री देशमुख ने ट्वीट कर कहा कहा कि पुलिस ऐसे लोगों पर करीबी नजर रख रही है, जो इस घटना के जरिए समाज में वैमनस्य पैदा करना चाहते हैं। पालघर की घटना में जो लोग मारे गए और जिन्होंने हमला किया, वह अलग-अलग धर्मों के नहीं थे।
उल्लेखनीय है कि यह घटना उस समय हुई, जब गुरुवार रात तीन व्यक्ति मुंबई के कांदीवली से कार में सवार होकर गुजरात के सूरत जा रहे थे। इसी दौरान, पालघर जिले में भीड़ ने इन्हें चोर समझकर उनके वाहन को रोक लिया और उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी।