नई दिल्लीः जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) नागपुर क्षेत्र इकाई के अधिकारियों ने महाराष्ट्र में कई जगह छापे मारकर नकली बिलों (इनवाइस) के मार्फत जालसाजी करनेवाले गिरोह का पर्दाफाश किया है.
18 अस्तित्वहीन कंपनियों से तकरीबन 500 करोड़ रुपए के फर्जी लेनदेन में करीब 46.50 करोड़ रुपए का टैक्स क्रेडिट लिया गया. जांच में पता चला कि इन फर्जी कंपनियों के नाम पर जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवाकर फर्जी लेनदेन किया जा रहा था. इस मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया, उन्होंने बताया कि गिरोह का सरगना जलगांव का है.
उसने कई लोगों के पैन, बैंक ब्यौरे, ईमेल और फोन नं. के आधार पर फर्जी कंपनियां बनाईं. मुखबिरों की सहायता से सरगना का पता लगाया गया और उसके आवास पर छापे मारे गए. उसमें कई अस्तित्वहीन कंपनियों के दस्तावेज हाथ लगे. इन कंपनियों को गिरोह के सरगना के दूर के रिश्तेदारों के नाम पर शुरू किया गया था.
पूछताछ में उसने कबूला कि उसने अपराध से संबंधित दस्तावेज जला दिए. उसने बताया कि एक फर्जी कंपनी का मालिक वह खुद है और शेष 18 कंपनियां उसने मुंबई, पुणे और जलगांव में शुरू की थीं, ताकि रजिस्ट्रेशन हासिल किया जा सके.