कोलकाता, 27 अगस्त: पश्चिम बंगाल में सोशल मीडिया पर वायरल गेम मोमो चैलेंज खेलते हुए आत्महत्या के दो मामले सामने आए हैं। सुसाइड की खबर के बाद पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार इसको रोकने के लिए कदम उठाने शुरु कर दिए हैं। एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि जिलों के पुलिस थानों में दिशा-निर्देश भेजे गए हैं। इसी के साथ प्रशासन ने शैक्षणिक संस्थानों से छात्रों की गतिविधियों पर पर भी नजर बनाए रखने को कहा है।
अधिकारी के मुताबिक , 'मोमो चैलेंज की घटनाएं हर दिन बढ़ती जा रही हैं। ब्लू वेल चैलेंज के बाद अब हम किलर मोमो गेम चैलेंज से उत्पन्न खतरे का सामना कर रहे हैं।' अधिकारी ने हम ये भी लोगों से अपील की है कि जैसे ही उन्हें किलर गेम खलने का रिक्वेस्ट मिले वह स्थानीय पुलिस को इस बात की सूचना दे।
इन लोगों ने की आत्महत्या
20 अगस्त को दार्जिलिंग जिले के कुर्सियांग में मनीष सर्की, उम्र 18 वर्ष और 21 अगस्त को अदिती गोयल, उम्र 26 ने कथित तौर पर 'मोमो चैलेंज' स्वीकार करते हुए आत्महत्या कर ली थी।
मोमो चैलेंज में मिलती हैं धमकियां
बता दें कि मोमो चैलेंज ज्यादातर वॉट्सऐप मैसेज के जरिए वायरल हो रहा है। ऐसा दावा किया जा रहा है, मोमो चैलेंज जापन से शुरू हुआ है। इस चैलेंज की एक डरावनी तस्वीर भी वायरल हो रही है। इस चैलेंज के मैसेज में कई तरह के खतरनाक चैलेंज होते हैं। अगर आप चैलेंज पूरा नहीं कर पाते हैं तो गेम की ओर से एक धमकी भी मिलती है, जिसमें कड़ी सजा देने की बात कही जाती है।
क्या होता है इस मोमो चैलेंज में
मोमो चैलेंज में सबसे पहले यूजर को किसी भी एक अनजान शख्स का नंबर दिया जाता है। इसके बाद इस नंबर से चैटिंग शुरू करना पड़ता है। उसके बाद यूजर को उस नंबर से डरावनी तस्वीरें और चैलेंज भेजना शुरू होता है। अगर से यूजर से चैलेंज पूरा नहीं करता है तो उसे तरह-तरह की धमकियां मिलने लगती है। दावों के मुताबिक इस गेम में यूजर का ब्रेन पूरी तरह वॉश कर दिया जाता है, जिससे की वह अपनी सोचने समझने की शक्ति खो देता है।
बता दें कि कुछ दिनों पहले भी मोमो चैलेंज के कारण राजस्थान के अजमेर जिले में एक लड़की ने आत्महत्या कर ली थी।15 साल की छवि जो 10वीं कक्षा में पढ़ती थी उसने 31 जुलाई को अपने जन्मदिन के तीन दिन बाद आत्महत्या की थी।