मेरठ पुलिस ने दावा किया है कि देश में करीब 135000 मोबाइल एक ही IMEI नंबर से चल रहे हैं। असल में हर मोबाइल का अलग IMEI नंबर होता है और इसी से उसकी पहचान या उसे ट्रेस करने में मदद मिलती है।
पुलिस ने कहा है कि एक केस इस संबंध में मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनी और इसके सर्विस सेंटर के खिलाफ दर्ज कर लिया गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार मेरठ के एसपी अखिलश एन सिंह ने बताया कि ये एक बहुत ही गंभीर मामला है और इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार ये पूरा मामला तब सामने आया जब एक पुलिस अधिकारी ने अपना फोन साइबर क्राइम सेल के एक कर्मचारी को दिया। दरअसल पुलिस अधिकारी का फोन काम नहीं कर रहा था और इसलिए उसने जांच के लिए अपना फोन साइबर क्राइम सेल स्टाफ को दिया था।
इसके बाद साइबर सेल ने पाया कि करीब 13500 मोबाइल फोन भी इसी IMEI नंबर से काम कर रहे थे। इसके बाद अधिकारियों के कान खड़े हो गये क्योंकि ये गंभीर सुरक्षा का मामला है। अखिलेश एन सिंह के अनुसार पहली नजर में ये मोबाइल फोन कंपनी की ओर से लापरवाही का मामला लगता है और अपराधी इसका फायदा उठा सकते हैं।
मेरठ एसपी ने बताया कि इस मामले को लेकर संबंधित धाराओं में मेरठ के मेडिकल पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। साथ ही विशेषज्ञों की टीम को भी इस मामले में जांच के लिए बुलाया गया है।
IMEI नंबर क्या होता है
अंतर्राष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान संख्या यानी International Mobile Equipment Identity एक खास किस्म का नंबर होता है। मोबाइल फोन की पहचान के लिए ये एक तरह से पहचान संख्या होती है। सभी मोबाइल का ये नंबर अलग-अलग होता है। इस संख्या के जरिए मोबाइल का लोकेशन पता लगाया जा सकता है। फोन गुम होने या चोरी होने की हालत में भी आप इससे मदद ले सकते हैं। अपने फोन से *#06# डायल करके आप भी अपने मोबाइल का IMEI नंबर पता कर सकते हैं।