कोलकाताः पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक और भयावह घटना घटी है। साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में हुई इस वीभत्स घटना ने पिछले साल अगस्त में शहर के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ हुई बलात्कार और हत्या की भयावह यादें ताजा कर दीं। इंडिया टुडे के अनुसार साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज की 24 वर्षीय छात्रा ने कहा है कि मुख्य आरोपी 31 वर्षीय मोनोजीत मिश्रा के विवाह प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। इसके बाद मेरे साथ जो हुआ वह कह नहीं सकती। मिश्रा ने तीन लोगों ने के साथ सामूहिक बलात्कार किया।
महिला ने शिकायत में कहा कि मुख्य आरोपी मिश्रा जो कि एक पूर्व छात्र है और तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) का वर्तमान महासचिव है। उस पर विवाह करने का दबाव बनाया। पीड़िता ने कहा कि मेरे रिश्ते चल रहे है और रिश्ते का हवाला देते हुए विवाह करने से इनकार कर दिया। उसने प्रेमी को नुकसान पहुंचाने और माता-पिता को झूठे मामलों में फँसाने की धमकी दी।
फिर उसे कॉलेज के अंदर बंद कर दिया और दो अन्य लोगों की मदद से उसके साथ मारपीट की। 19 वर्षीय प्रथम वर्ष का छात्र जैब अहमद और 20 वर्षीय एक अन्य छात्र प्रमित मुखर्जी ने उसके प्रतिरोध के बावजूद उसे घायल कर दिया। घटनाओं के क्रम को याद करते हुए उसने अपनी शिकायत में कहा कि उन्होंने यौन संबंध बनाने के इरादे से मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की।
मैंने इनकार किया और उसे कुछ भी करने नहीं दिया और उसे पीछे धकेलते हुए उसका विरोध किया। मैं रोई और उससे कहा कि मुझे जाने दे। मैंने उनसे कहा कि मेरा एक बॉयफ्रेंड है और मैं अपने बॉयफ्रेंड से प्यार करती हूँ। लेकिन वे नहीं माने। उसके अनुसार, वह मुख्य आरोपी के पैरों में गिर गई और उससे जाने देने की भीख मांगी।
लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मैंने उसके पैर छुए लेकिन उसने मुझे जाने नहीं दिया, वे मुझे फिर से कमरे में ले गए, वे मुझे जबरदस्ती गार्ड रूम में ले गए, मेरे कपड़े उतारे और मेरे साथ जबरदस्ती बलात्कार करना शुरू कर दिया।