गुवाहाटी: देश में नकली नोटों का अवैध कारोबार करने वाले एक गिरोह का असम पुलिस ने भंडाभोड़ किया है। जानकारी के मुताबिक क्राइम ब्रांच और नॉर्थ गुवाहाटी जिले की पुलिस ने एक संयुक्त अभियान को अंजाम देते हुए मंगलवार को नकरीब 15 लाख रुपये मूल्य की फेक करेंसी के साथ तीन लोगों गिरफ्तार किया।
जानकारी के मुताबिक नकली भारतीय नोटों की जालसाजी करने वालों में गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी (जीएनएलए) का भी एक पूर्व सदस्य गिरफ्तार हुआ है।
आरोपियों को पकड़े जाने के बाद गुवाहाटी पुलिस ने ट्विटर पर लिखा, "विशेष दस्ते और ईजीपीडी टीम ने एक घोटाले का भंडाफोड़ किया है। 3 व्यक्तिों. जिनमें चैंपियन संगमा, गोहंच संगमा और चेरियन मोमिन शामिल थे, उन्हें गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपी मेघालय के निवासी हैं। जिनके पास से 15 लाख रुपये की कथित फेक करेंसी पकड़ गई है। बंडल में 10 हजार रुपये के जाली नोट थे, वहीं बाकी के व्हाइट पेपर मिले हैं।"
पुलिस ने आरोपियों के पास से नकली भारतीय करेंसी नोटों का एक बंडल बरामद किया, जिसमें 10 हजार रुपये के नकली नोट थे और बाकी व्हाइट पेपर थे। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मामले की तहरीर बशिष्ठा थाने में दर्ज करायी गयी है।
इस मामले में पुलिस ने बताया कि उन्हें मुखबिर द्वारा एक गुप्त जानकारी मिली। जिसमें बताया गया कि कुछ संदिग्ध लोग सोनापुर टोल गेट से नकली नोटों का बड़ा जखीरा लेकर निकलने वाले हैं।
नकली नोटों की सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीम सक्रिय हुआ और जिला पुलिस की मदद से सूचना पर कार्रवाई करते हुए सोनापुर टोल गेट पर चेकिंग के लिए बैरियर लागा दिया।
थोड़े ही समय के बाद मुखबिर से मिली जानकारी वाली बोलेरो वाहन को सामने से आते हुए देखा गया। पुलिस ने फौरन चारों तरफ से बोलेरो की घेराबंदी कर ली और उसे पास आने पर रोका गया।
मौके पर मौजूद क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने जब गाड़ी की तलाशी ली तो उनके होश ही उड़ गये। जांच करने पर आरोपी के पास से नकली नोटों का एक बड़ा बंडल बरामद किया गया।
नकली नोटों के साथ पकड़े गये आरोपियों की पहचान 45 साल के चैंपियन आर संगमा, 36 सला के गोहंच संगमा और 28 साल के चेरियन मोमिन के रूप में हुई है। पुलिस की गिरफ्त में आये यह तीनों आरोपी मेघालय के रहने वाले हैं।
इसमें से चैंपियन आर संगमा गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी (जीएनएलए) का पूर्व सदस्य हैं, जिसने पकड़े गये जाली नोटों को अन्य दो आरोपियों से प्राप्त किया था। पुलिस अभी भी मामले की जांच कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि गिरफ्तार हुए तीनों आरोपियों की मदद से वह बड़े गिरोह पर शिकंजा कसने में कामयाब होगी।