रांचीः झारखंड के दुमका में बेटी अंकिता के साथ घटित घटना के बाद लोग आक्रोशित हो उठे हैं। घटना के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। शहर की दुकाने बंद हैं और इलाके में तनाव की स्थिती बनी हुई है। एहतियातन पूरे शहर में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
शहर में निषेधाज्ञा लागू है। वहीं अंकिता के आज अंतिम संस्कार यात्रा में भारी संख्या में लोग शामिल हुए हैं। बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात कर अंतिम यात्रा निकाली गई है। किसी भी तरह की अप्रिय घटना की आशंका को देखते हुए दुमका के उपायुक्त और एसपी मौजूद हैं।
बता दें कि बीते 23 अगस्त को एकतरफा प्यार में शाहरुख नाम के युवक ने खिड़की से पेट्रोल छिड़क कर अंकिता के शरीर में आग लगा दी थी। इससे वह करीब 95 प्रतिशत तक जल गई थी। बाद में गंभीर हालत में उसे रिम्स में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के दौरान रांची के रिम्स में शनिवारकी रात उसकी मौत हो गई थी।
अंकिता की मौत के बाद बजरंग दल, विहिप और भाजपा महिला मोर्चा ने दुमका बंद कराया। आक्रोशित लोगों की मांग है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करा आरोपी को फांसी दी जाए। घटना के तुरंत बाद आरोपी शाहरुख को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था। बताया गया कि आरोपी शाहरुख युवती से एकतरफा प्यार करता था, लेकिन युवती उससे बात करना पसंद नहीं करती थी।
आरोपी हमेशा युवती को परेशान करते रहता था। दोस्ती करने के लिए कई बार दबाव दिया, पर स्वीकार नहीं करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। उधर, 12 वीं की छात्रा अंकिता को जलाने के मामले में भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया है। उ
न्होंने खबरों का हवाला देते हुए ट्वीट करते हुए कहा है कि दुमका में अंकिता को जलाये जाने के मामले में वहां के डीएसपी नूर मुस्तफा ने शुरू से ही अभियुक्त शाहरुख हुसैन को बचाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा है कि डीएसपी ने दर्ज प्राथमिकी में नाबालिग की जगह बालिग लिखवा दिये जाने की बात आ रही है।
अपने ट्वीट में भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि डीएसपी के खिलाफ दुमका समेत पूरे राज्य के लोगों में भारी आक्रोश है। उनके वहां रहते लोगों को न्याय की उम्मीद नहीं है। ट्वीट में उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, इससे पहले कि मामला और बिगड़े, इस षड्यंत्रकारी डीएसपी नूर मुस्त्फा पर प्राथमिकी दर्ज करा कर उसे जेल भिजवाइये।