Dewas News: मध्य प्रदेश के देवास जिले के उदयनगर थाना क्षेत्र के धोबघट्टा गांव में रविवार देर रात एक ही परिवार के चार सदस्यों द्वारा जहर खाकर आत्महत्या करने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। इस हृदयविदारक मामले में पति-पत्नी और एक बेटी की मौत हो गई, जबकि दूसरी बेटी की हालत गंभीर बनी हुई है और उसका इलाज इंदौर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक, भिलाला समाज से जुड़े राधेश्याम (50), उनकी पत्नी रंगूबाई (48), और दो बेटियां—आशा (23) और रेखा (15)—ने रविवार रात करीब 10:30 बजे कीटनाशक खा लिया। परिवार के सदस्यों को बेहोशी की हालत में देखकर पड़ोसियों ने तत्काल चारों को खुड़ेल के एक निजी अस्पताल पहुंचाया। इलाज के दौरान सबसे पहले राधेश्याम की मौत हुई, फिर सोमवार को रंगूबाई और बड़ी बेटी आशा ने भी दम तोड़ दिया। छोटी बेटी रेखा की हालत नाजुक बनी हुई है और वह आईसीयू में भर्ती है।
प्रेम प्रसंग बना आत्महत्या की वजह
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह सामूहिक आत्महत्या पारिवारिक तनाव और मानसिक दबाव का नतीजा थी। राधेश्याम का बेटा पप्पू गांव की ही एक युवती से प्रेम संबंध में था और हाल ही में घर छोड़कर कहीं चला गया था। युवती के परिजन लगातार पप्पू की तलाश कर रहे थे और राधेश्याम के परिवार पर दबाव बना रहे थे। इसी तनाव और सामाजिक बहिष्कार के डर से पूरा परिवार मानसिक रूप से टूट गया था, जिसके चलते यह खौफनाक कदम उठाया।
घटना की पुष्टि करते हुए उदयनगर थाना प्रभारी सुनीता कटारे ने बताया, हमें घटना की जानकारी देर से मिली क्योंकि परिवार के सदस्य सीधे इंदौर अस्पताल चले गए थे। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। जीवित बची रेखा के बयान और अन्य साक्ष्यों के आधार पर विस्तृत जांच की जा रही है। अभी तक कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम करवाया है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। गांव में इस घटना के बाद शोक और स्तब्धता का माहौल है। पुलिस का कहना है कि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है और परिवार के करीबी लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।