मुंबई: कांदिवली के चारकोप में रियल एस्टेट एजेंट फ्रेडी डी’लीमा की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की जांच तेज हो गई है, जिसमें CCTV फुटेज मामले में मुख्य सुराग के तौर पर सामने आया है। चारकोप पुलिस ने गुरुवार को मुन्ना मयुद्दीन शेख (34) को गिरफ्तार किया, जिसे हमले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है, जबकि बाइक सवार तीन शूटरों की तलाश जारी है।
CCTV फुटेज में शूटिंग के सही पल कैद हुए
CCTV क्लिप, जो अब एक ज़रूरी सबूत है, में फायरिंग से कुछ पल पहले की घटनाओं का क्रम कैद है। वीडियो में, डी'लीमा और उसका एक दोस्त एक गेट से बाहर निकलकर एक पार्क की हुई कार की तरफ जाते हुए दिख रहे हैं। अचानक, एक आदमी, जिसकी पहचान बाद में हमलावरों में से एक के तौर पर हुई, फ्रेडी के पास आया और पास से दो गोलियां चलाईं, एक बार सीने में और दूसरी बार पेट में।
इसके बाद शूटर भाग गया, जबकि उसके दो साथी पास में ही मोटरसाइकिल पर इंतज़ार कर रहे थे। पुलिस ने कहा कि हमलावर कई मिनट से मौके पर चक्कर लगा रहे थे, सही मौके का इंतज़ार कर रहे थे। कई कैमरों ने उनकी हरकतों को कैद कर लिया है, और टीमें अब चारकोप और कांदिवली वेस्ट में आस-पास की गलियों और एग्जिट पॉइंट से उनके रास्ते का पता लगा रही हैं।
शूटिंग की घटना की डिटेल्स
यह घटना बुधवार दोपहर करीब 2 बजे फादर सुसाई स्कूल के पास हुई। 42 साल के डी'लीमा अपने एक दोस्त की दुकान से निकले थे और अपनी कार की तरफ जा रहे थे, तभी एक ट्रिपल-सीट मोटरसाइकिल उनके पास आई। हमलावरों में से एक ने, जिसने अपना चेहरा छिपाने के लिए हेलमेट पहना हुआ था, दो बार गोली चलाई और फिर तीनों तेज़ी से भाग गए। डी'लीमा, जो गंभीर रूप से घायल हो गए, को स्थानीय लोग ऑस्कर हॉस्पिटल ले गए, जहाँ डॉक्टरों ने दोनों गोलियाँ निकाल दीं। वह अभी भी बेहोश हैं और इंटेंसिव केयर में हैं।
पुलिस का मानना है कि गिरफ्तार आरोपी शेख ने हमले की प्लानिंग में अहम भूमिका निभाई। अधिकारियों ने कहा कि मकसद अभी भी साफ नहीं है और लगातार पूछताछ के बाद ही इसकी पुष्टि हो पाएगी। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, एक जांच अधिकारी ने कहा, "तीनों शूटरों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। शेख से पूछताछ से हमें उनका पता लगाने और यह समझने में मदद मिलेगी कि डी'लीमा को क्यों टारगेट किया गया था।"
पूरी जांच चल रही है। डीसीपी (ज़ोन XI) संदीप जाधव समेत सीनियर अधिकारियों ने जांच का रिव्यू करने के लिए क्राइम सीन का दौरा किया। टीमें कई जगहों से CCTV फुटेज स्कैन कर रही हैं, पिछले क्रिमिनल रिकॉर्ड चेक कर रही हैं और लोकल इंटेलिजेंस इनपुट्स को वेरिफाई कर रही हैं। इस्तेमाल किया गया फायरआर्म, जिसके बारे में शक है कि वह एक देसी रिवॉल्वर है, अभी तक बरामद नहीं हुआ है। तीनों हमलावरों की तलाश जारी है।