लाइव न्यूज़ :

Mahakumbh 2025: महाकुंभ पहुंचे OYO फाउंडर रितेश अग्रवाल, गोद में बेटे आर्यन को लेकर नाव यात्रा का उठाया लुत्फ

By अंजली चौहान | Updated: February 26, 2025 12:00 IST

Mahakumbh 2025: पिछले महाकुंभ की अपनी अंतिम यात्रा को याद करते हुए, रितेश अग्रवाल ने साझा किया कि वह रिश्तेदारों के साथ रुके थे और उन्हें याद आया कि काश उन्होंने इसके बजाय एक होटल बुक किया होता।

Open in App

Mahakumbh 2025: हिंदू धर्म में सबसे बड़े आयोजनों में से एक महाकुंभ मेला प्रयागराज में आयोजित किया गया है। 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ मेले का आज समापन दिवस है। महाशिवरात्रि के साथ महाकुंभ खत्म हो रहा है। ऐसे में लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं। 

इसी कड़ी में मशहूर उद्योगपति और OYO के फाउंडर रितेश अग्रवाल महाकुंभ पहुंचे हुए हैं। रितेश अग्रवाल ने बेटे आर्यन के साथ प्रयागराज में महाकुंभ का दौरा किया और याद किया कि कैसे मेले में उनकी आखिरी यात्रा ने होटल व्यवसाय शुरू करने के उनके सपने को प्रेरित किया। "भगवान ने करवाया है," रितेश अग्रवाल ने इस बात पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महाकुंभ की यात्रा के दौरान सैकड़ों लोग अब ओयो रूम में कैसे रह रहे हैं।

पिछले महाकुंभ की अपनी अंतिम यात्रा को याद करते हुए, रितेश अग्रवाल ने साझा किया कि वह रिश्तेदारों के साथ रुके थे और उन्हें याद आया कि काश उन्होंने इसके बजाय एक होटल बुक किया होता।

रितेश अग्रवाल ने कहा, “मेरे लिए बहुत अच्छा व्यक्तिगत अनुभव है और जब मैं...आया था, किसी रिश्ते के यहाँ रुके थे। तब मुझे लगा था एक होटल में रुकते तो अच्छा होता। तब मेरे मन में हो गया था कि किसी होटल या आवास के व्यवसाय पर काम करें।"

रितेश अग्रवाल ने कहा, "मेरे लिए महाकुंभ एक बहुत ही निजी अनुभव है। जब मैं पिछली बार यहां आया था, हम एक रिश्तेदार के यहां रुके थे, मुझे याद है कि काश हम किसी होटल में रुके होते। उस पल मुझे होटल या आवास व्यवसाय पर काम करने की प्रेरणा मिली। लेकिन अब इतने सालों के बाद, इस साल के महाकुंभ मेले में, जब इतने सारे लोग हमारे साथ रह रहे हैं, मुझे ऐसा लग रहा है कि यह सब ईश्वर की कृपा से संभव हुआ है।"

रितेश अग्रवाल ने अपने बेटे के साथ महाकुंभ की अपनी यात्रा का एक वीडियो भी साझा किया। पोस्ट में लिखा था, "पहली बार आर्य के साथ महाकुंभ में खड़े होकर, मैं अपनी पहली यात्रा की यादों की बाढ़ से अभिभूत हो गया। मुझे याद है कि मैं कितना छोटा महसूस कर रहा था, फिर भी किसी बड़ी चीज़ का हिस्सा था। आज, मैं उसके बगल में खड़ा था, उम्मीद कर रहा था कि वह अपने जवाब, अपना विश्वास और अपना रास्ता खोज लेगा। यह सिर्फ एक परंपरा नहीं है; यह एक विरासत है। विश्वास, उम्मीद और सपने देखने के साहस की विरासत।"

महाकुंभ 2025 के आखिरी दिन प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, जो महा शिवरात्रि के साथ मेल खाता है। पौष पूर्णिमा (13 जनवरी) से शुरू हुआ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम आज समाप्त हो रहा है। अब तक 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में पवित्र डुबकी लगा चुके हैं। 

टॅग्स :महाकुंभ 2025OYOरितेश अग्रवालप्रयागराजउत्तर प्रदेशमहाशिवरात्रि
Open in App

संबंधित खबरें

ज़रा हटकेVIDEO: सीएम योगी ने मोर को अपने हाथों से दाना खिलाया, देखें वीडियो

भारतयूपी में निजी संस्थाएं संभालेंगी 7,560 सरकारी गोआश्रय स्थल, पीपीपी मॉडल पर 7,560  गोआश्रय स्थल चलाने की योजना तैयार

भारतमुजफ्फरनगर की मस्जिदों से 55 से ज्यादा लाउडस्पीकर हटाए गए

क्राइम अलर्टEtah Accident: तेज रफ्तार ट्रक का कहर, दो मोटरसाइकिल को मारी टक्कर, तीन लोगों की मौत

भारतUP Road Accident: ट्रांसफार्मर से टकराने के बाद बस में लगी आग, 3 नेपाली यात्रियों की मौत; 24 गंभीर रूप से झुलसे

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारIndiGo Crisis: इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने फ्लाइट कैंसिल होने पर माफी मांगी, कहा- बताया कब स्थिति हो जाएगी सामान्य

कारोबारRBI Monetary Policy: 25 बेसिस पॉइन्ट की कटौती, लोन में सुविधा; जानें आरबीआई की MPC बैठक की मुख्य बातें

कारोबारShare Market Today: RBI के ब्याज दर कटौती से शेयर बाजार में तेजी, घरेलू शेयरों ने पकड़ी रफ्तार

कारोबारPetrol-Diesel Price Today: टंकी फूल कराने से पहले यहां चेक करें तेल के लेटेस्ट दाम, जानें कहां मिल रहा सस्ता ईंधन

कारोबारGPS Spoofing: 'इसे हल्के में मत लो!' अंकुर चंद्रकांत का अलर्ट हुआ वायरल, कौन हैं निशाने पर?