नई दिल्ली: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने विशेष रूप से बालिकाओं की भलाई के लिए डिज़ाइन की गई एक बचत योजना पेश की है। एलआईसी कन्यादान पॉलिसी का उद्देश्य शिक्षा और विवाह खर्चों के लिए वित्तीय लाभ प्रदान करना है। एलआईसी कन्यादान बचत योजना का संचालन कन्या के पिता द्वारा किया जाता है। इसमें बच्चे के पास खाते तक पहुंच नहीं होती है।
यह योजना पिता की मृत्यु के बाद बेटी को लाभ प्रदान करती है। यह कठिन समय में परिवार और विशेषकर लड़कियों की मदद करता है। इसका कार्यकाल 25 वर्ष का होता है। बीमा की न्यूनतम अवधि 13 वर्ष, अधिकतम 25 वर्ष है। बच्चे के पिता की उम्र 18 से 50 के बीच होनी चाहिए।
एलआईसी कन्यादान योजना की विशेषताएं
-पिता की मृत्यु की स्थिति में कोई प्रीमियम नहीं देना होगा।
-आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में तत्काल 10 लाख प्राप्त करें।
-गैर-आकस्मिक मृत्यु के मामले में तत्काल 5 लाख।
-परिपक्वता तक प्रति वर्ष 50000 प्राप्त करें।
-प्रतिदिन 75 बचाएं, शादी के समय 14.5 लाख पाएं।
-प्रतिदिन 151 बचाएं, 31 लाख पाएं।
सुकन्या समृद्धि योजना विवरण
-इस योजना के जरिए एनआरआई समेत कोई भी नागरिक अपनी बेटी की शादी में निवेश कर सकता है।
-खाता किसी भी डाकघर या बैंक शाखा में खोला जा सकता है जो यह सुविधा प्रदान करता है।
-एक ही बेटी के लिए दो खाते नहीं खोले जा सकते।
-18 वर्ष की आयु के बाद बालिका की उच्च शिक्षा के लिए अधिकतम 50% राशि निकाली जा सकती है।
-खाता 10 वर्ष की आयु से पहले बालिका के नाम पर खोला जा सकता है।
-जन्म प्रमाण पत्र, लड़की और अभिभावक का पता, पहचान प्रमाण जैसे दस्तावेजों को सत्यापित किया जाता है और उन्हें डाकघर या बैंक में जमा करना होता है।
-न्यूनतम 250 रुपये से खाता खोल सकते हैं
-प्रतिदिन 75 रुपये जमा करके आप मासिक प्रीमियम का भुगतान करने के 25 साल बाद अपनी बेटी की शादी के लिए 14 लाख रुपये जमा कर सकते हैं।
-सुकन्या समृद्धि योजना के खाते को देश (भारत) के भीतर कहीं भी स्थानांतरित किया जा सकता है।
-बालिका की मृत्यु होने पर:
1. मृत्यु प्रमाण पत्र दिखाकर खाता बंद किया जा सकता है और जमा राशि ब्याज सहित अभिभावक को दी जा सकती है।
2. जानलेवा बीमारी होने पर खाता 5 साल में बंद किया जा सकता है।
-यह पॉलिसी पूरी तरह से कर-मुक्त है, अतिरिक्त लाभ प्रदान करती है।
शिक्षा शुल्क लाभ
आपकी बेटी को 16 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर हर साल 50 लाख रुपये मिलेंगे। लड़की 26 वर्ष की होने तक इस लाभ का लाभ उठा सकती है।