India vs Pakistan: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और भारत आमने सामने आ गए हैं। भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ कई बड़े फैसले लिए है जिसका असर दोनों देशों के रिश्तों पर पड़ रहा है। भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़ी कूटनीतिक कार्रवाई की है। अधिकारियों ने सिंधु जल संधि को रद्द कर दिया है और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सार्क वीजा को खत्म कर दिया है। वर्तमान में भारत में रहने वाले एसवीईएस वीजा वाले अधिकारियों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
सरकार ने भारत में पाकिस्तान के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर भी प्रतिबंध लगा दिया है, जो कूटनीतिक संचार में पूरी तरह से टूटन का संकेत है।
इन व्यापक निर्णयों से भारत-पाकिस्तान व्यापार पर सीधा असर पड़ने की उम्मीद है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध पूरी तरह से खत्म हो रहे हैं। इसका बाजार पर बड़ा असर पड़ेगा।"
भारत पर क्या होगा प्रभाव?
भारत पाकिस्तान से कई आवश्यक वस्तुओं का आयात करता है, और व्यापार में व्यवधान से उपभोक्ताओं पर भारी असर पड़ने की संभावना है। जिन पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा उनमें शामिल हैं...
- सूखे मेवे: पाकिस्तान भारत को सूखे मेवों का एक प्रमुख निर्यातक है। दिल्ली स्थित एक थोक व्यापारी ने कहा, "आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान के कारण सूखे मेवे काफी महंगे हो सकते हैं।"
- सेंधा नमक: भारत में सेंधा नमक की आपूर्ति लगभग पूरी तरह से पाकिस्तान से होती है। व्यापार रुकने से कीमतों में तेज़ी से वृद्धि होने की उम्मीद है।
- ऑप्टिकल लेंस: पाकिस्तान में बने चश्मों के लिए उच्च मांग वाले ऑप्टिकल लेंस की कीमतों में भी उछाल देखने को मिल सकता है।
- अन्य आयात: भारत पाकिस्तान से फल, सीमेंट, मुल्तानी मिट्टी, कपास, स्टील और चमड़े के सामान भी मंगवाता है - ये सभी अब महंगे हो सकते हैं या मिलना मुश्किल हो सकता है।
पहलगाम आतंकी हमले से आर्थिक गिरावट दक्षिण एशिया में व्यापार की गतिशीलता को नया रूप दे सकती है। राजनयिक संबंधों के टूटने और व्यापार मार्गों के बाधित होने से भारत में उपभोक्ताओं को जल्द ही अपनी जेब पर इसका असर महसूस हो सकता है।