Festival Trains: दशहरा, दिवाली और छठ पूजा जैसे रौनक भरे त्योहारों के दौरान ट्रेन से घर जाने वालों के लिए रेलवे ने एक विशेष योजना का ऐलान किया है। इस योजना के तहत यात्रियों को आने-जाने (रिटर्न) दोनों टिकट एक साथ बुक करने पर वापसी यात्रा के मूल किराए पर 20 फीसदी की छूट मिलेगी। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह योजना फिलहाल प्रायोगिक आधार पर लागू की जा रही है, ताकि त्योहारों के समय भारी भीड़ को बेहतर ढंग से संभाला जा सके, बुकिंग प्रक्रिया आसान हो और विशेष ट्रेनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जा सके।
रेलवे के अनुसार केवल वापसी यात्रा के किराए पर 20 फीसदी छूट मिलेगा। लेकिन शर्त यह है कि आने और जाने दोनों यात्राएं एक ही श्रेणी और समान स्टेशन जोड़ी के लिए बुक करनी होगी। अगर एक ही समूह के यात्री आने-जाने के टिकट बुक करते हैं, तो भी छूट लागू होगी। बशर्ते यात्री विवरण दोनों दिशाओं में समान हो। छूट केवल कन्फर्म टिकटों पर लागू।
किराया रिफंड नहीं मिलेगा, यानी टिकट कैंसिल होने पर पैसे नहीं लौटेंगे। सभी श्रेणियों और ट्रेनों में मान्य (फ्लेक्सी फेयर वाली ट्रेनों को छोड़कर), विशेष ट्रेनों सहित। लेकिन टिकट में बदलाव की अनुमति नहीं। रियायती टिकट पर कूपन, पास या पीटीओ पर कोई छूट लागू नहीं होगा। रेलवे के अनुसार टिकट बुकिंग का तरीका (ऑनलाइन या काउंटर) दोनों दिशाओं में एक जैसा होना चाहिए।
चार्ट बनाते समय यदि किराए में कोई अंतर निकलता है, तो अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। 13 अक्टूबर के लिए बुकिंग 14 अगस्त से शुरू होगा। जबकि आने की यात्रा 13 से 26 अक्टूबर के बीच ट्रेन शुरू होने की तिथियों के लिए टिकट बुक होंगे। वहीं, वापसी यात्रा के लिए 17 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच ट्रेन शुरू होने की तिथियों के लिए टिकट बुक होंगे।
वापसी यात्रा पर अग्रिम आरक्षण अवधि (एआरपी) लागू नहीं होगी। वापसी यात्रा टिकट कनेक्टिंग यात्रा सुविधा से बुक होंगे। रेलवे का कहना है कि इस योजना से यात्रियों को न केवल किफायती यात्रा का लाभ मिलेगा, बल्कि त्योहारों के समय टिकट की मारामारी भी काफी हद तक कम होगी। यह पहल भीड़ नियंत्रण और यात्री सुविधा दोनों को साधने का एक प्रयोग है।