पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को युवा संवाद कार्यक्रम के दौरान 62 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं की आधारशिला रखी। इस मौके पर उनका मुख्य तौर पर फोकस बिहार के युवाओं पर ही रहा। इद दौरान पीएम मोदी ने युवाओं से वर्जुअली बात भी की। उन्होंने कहा कि लाखों बच्चों को बिहार छोड़कर बनारस दिल्ली मुंबई जाना पड़ा यही पलायन की असली शुरुआत हुई जिस पेड़ की जड़ों में मिनरल्स नहीं जाता है, उसको फिर से जीवित करना बहुत कठिन काम है। राजद शासनकाल में बिहार की स्थिति “सड़े हुए पेड़” जैसी हो गई थी। उस दौर में न तो स्कूल खुलते थे, न बच्चे पढ़ने जाते थे और लाखों लोगों को रोजगार की तलाश में बिहार छोड़कर बनारस, दिल्ली और मुंबई जाना पड़ा।
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के लोगों ने नीतीश जी को सरकार बनाने का मौका दिया और उसके बाद व्यवस्था बदली। नीतीश जी की सरकार ने यूनिवर्सिटी का नाम भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम पर रखा। कर्पूरी ठाकुर को जननायक बिहार के जन-जन ने बनाया इन सोशल मीडिया के लोगों ने नहीं बनाया। बिहार के लोग जो जानते हैं।
यह जननायक पद कर्पूरी ठाकुर से ही सुशोभित होता है आज कल लोग कर्पूरी ठाकुर के जननायक शब्द को चोरी करने में लगे हैं। कर्पूरी ठाकुर को जनता द्वारा दिया गया सम्मान कोई चोरी ना करें। अपना पूरा जीवन समाज की सेवा में लगाया। उन्होंने हमेशा इस बात पर जोर दिया समाज का सबसे कमजोर व्यक्ति भी आगे बढ़े।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ साल पहले हमारी सरकार ने आईटीआई के विद्यार्थियों के लिए व्यापक स्तर पर दीक्षांत समारोह की नई परंपरा शुरू की थी। मैं भारत के कोने-कोने से जुड़े आईटीआई के सभी युवा साथियों को अपनी शुभकामनाएं दे रहा हूं। आज का भारत कौशल को कितनी प्राथमिकता देता है। देश के युवाओं के लिए दो बड़ी योजना लॉन्च हुई है।
7000 करोड रुपए से पीएम सेतु स्कीम से आईटीआई सीधा जुड़ेंगे। नवोदय विद्यालय के लिए भी सरकार ने व्यवस्था की है। नीतीश जी के नेतृत्व में इस उत्सव को महा उत्सव बनाने का प्रस्ताव आया। इसलिए आज एक कार्यक्रम में दो कार्यक्रम बन गए। आज बिहार के युवाओं के लिए इस मंथ से अनेक योजनाओं समर्पित हुई हैं।
बिहार में नई स्किल ट्रेनिंग यूनिवर्सिटी एंड यूनिवर्सिटी में सुविधाओं का विस्तार नौजवानों के लिए युवा आयोग हजारों युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र यह सब बिहार के युवाओं के बेहतर भविष्य की गारंटी है। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बहुत खुशी की बात है कि देश भर के आईटीआई टॉपर्स के लिए कौशल दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार सरकार ने युवाओं के लिए शुरू से ही काम किया है।
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड कुशल युवा कार्यक्रम साथ निश्चय योजना के तहत चलाए जा रहे हैं। 10 लाख रोजगार और 10 लाख रोजगार की बात कही गई थी। 10 लाख युवाओं को नौकरी और 40 लाख युवाओं को रोजगार दे दिया गया है। आगे का एक करोड़ का लक्ष्य रखा गया है। पहले की सरकार ने कोई काम नहीं किया। जब से एनडीए की सरकार बनी तब से विकास हो रहा है कानून का राज है।
बिहार के विकास में केंद्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। आगे और काम होगा। देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में ऐतिहासिक काम किए हैं। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने आज युवाओं से जुड़ी करीब 62 हजार करोड़ रुपये की परियोजना का शिलान्यास करने के अलावा पीएम ने मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत युवाओं को दो साल तक हर महीने एक हजार रुपए की मदद दी जाएगी।
इससे प्रदेश के करीब पांच लाख युवाओं को फायदा मिलेगा। वही पीएम मोदी मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना बिहार का शुभारंभ किया। इसके तहत लगभग पांच लाख ग्रेजुएट नौजवानों को 2 साल तक 1,000 रुपये का हर महीने भत्ता और मुफ्त कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसी के साथ पीएम मोदी नए सिरे से डिजाइन किए गए बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का भी शुभारंभ किया।
जिसके तहत युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए 4 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त शिक्षा लोन मुहैया कराया जाता है। बता दें कि इस योजना के तहत 3.92 लाख से ज्यादा छात्र पहले ही 7,880 करोड़ रुपये से ज्यादा रुपयों का कर्ज के रूप में फायदा ले चुके हैं।
इसके अलावा प्रधानमंत्री बिहार युवा आयोग का औपचारिक उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने जन नायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय का भी उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य ग्लोबल लेवल पर नौजवानों को तैयार करने के लिए इंडस्ट्रियल और कॉरपोरेट (बिजनेस) एजुकेशन दिलाना है।
मोदी ने 60,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ एक केंद्र प्रायोजित योजना पीएम-सेतु (प्रधानमंत्री कौशल विकास एवं रोजगार योग्यता परिवर्तन उन्नत आईटीआई के जरिये) की शुरुआत की। इस योजना में 1,000 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) को ‘हब-एंड-स्पोक’ मॉडल में उन्नत करने की परिकल्पना की गई है जिसमें 200 ‘हब’ आईटीआई और 800 ‘स्पोक’ आईटीआई शामिल हैं।
‘हब एंड स्पोक’ मॉडल एक वितरण प्रणाली है जो साइकिल के पहिये की तरह काम करती है जिसमें एक ‘हब’ (केंद्र) होता है जो सभी ‘स्पोक’ (छोटे, सहायक स्थानों) को आपस में जोड़ता है। प्रत्येक ‘हब’ औसतन चार ‘स्पोक’ से जुड़ा होगा जिससे उन्नत बुनियादी ढांचे, आधुनिक उद्यमों, डिजिटल शिक्षण प्रणालियों और इनक्यूबेशन सुविधाओं से सुसज्जित संकुलों का निर्माण होगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा, ‘‘सामूहिक रूप से पीएम-सेतु भारत के आईटीआई पारिस्थितिकी तंत्र को फिर से परिभाषित करेगा, इसे सरकारी स्वामित्व वाला लेकिन उद्योग-प्रबंधित बनाएगा और इसमें विश्व बैंक एवं एशियाई विकास बैंक से वैश्विक सह-वित्तपोषण सहायता भी मिलेगी।’’
बयान के मुताबिक योजना के कार्यान्वयन के पहले चरण में बिहार के पटना और दरभंगा में आईटीआई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसमें कहा गया कि कार्यक्रम का विशेष बल बिहार में परिवर्तनकारी परियोजनाओं पर होगा जो राज्य की समृद्ध विरासत और युवा जनसांख्यिकी को प्रतिबिंबित करेगा।
मोदी ने बिहार की संशोधित ‘मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना’ की भी शुरुआत की जिसके तहत हर साल लगभग पांच लाख स्नातकों को दो साल तक 1,000-1,000 रुपये का मासिक भत्ता मिलेगा और मुफ्त कौशल प्रशिक्षण भी दिलाया जाएगा। उन्होंने नए सिरे से तैयार की गई ‘बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड’ योजना की भी शुरुआत की जिसके तहत चार लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त शिक्षा ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना के तहत 3.92 लाख से अधिक छात्र पहले ही 7,880 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण प्राप्त कर चुके हैं।
बयान के मुताबिक मोदी ने राज्य में युवा सशक्तीकरण को और मजबूत करने के लिए बिहार युवा आयोग का औपचारिक उद्घाटन किया जो 18 से 45 वर्ष की आयु के लोगों के लिए एक वैधानिक आयोग है। इसका उद्देश्य राज्य की युवा आबादी की क्षमता का उपयोग करना है। बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
बिहार केंद्र और राज्य की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)सरकारों की कई विकास और कल्याणकारी पहलों के केंद्र में रहा है। प्रधानमंत्री ने जन नायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय का भी उद्घाटन किया जिसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी कार्यबल तैयार करने के लिए उद्योग-उन्मुख पाठ्यक्रम और व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करना है।