नई दिल्ली: भारतीय कारोबारी गौतम अडानी को एक तगड़ा झटका लगा है। केन्या ने कथित अमेरिकी रिश्वतखोरी अभियोग घोटाले के बाद अडानी समूह के साथ प्रस्तावित बिजली सौदा रद्द कर दिया है। केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने देश के मुख्य हवाई अड्डे के विस्तार के लिए खरीद प्रक्रिया को रद्द करने का आदेश दिया है, जिसमें सरकार भारत के अडानी समूह के प्रस्ताव पर विचार कर रही थी।
रुटो ने कहा कि उन्होंने ऊर्जा मंत्रालय द्वारा अडानी समूह की एक इकाई के साथ बिजली पारेषण लाइनों के निर्माण के लिए किए गए 700 मिलियन डॉलर से अधिक के सौदे को भी रद्द करने का निर्देश दिया है। रुटो ने अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, "मैंने परिवहन मंत्रालय तथा ऊर्जा एवं पेट्रोलियम मंत्रालय की एजेंसियों को तत्काल चल रही खरीद को रद्द करने का निर्देश दिया है।" उन्होंने इस निर्णय का श्रेय "जांच एजेंसियों तथा साझेदार देशों द्वारा उपलब्ध कराई गई नई जानकारी" को दिया।
अमेरिकी अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक गौतम अडानी और सात अन्य प्रतिवादियों ने भारतीय सरकारी अधिकारियों को लगभग 265 मिलियन डॉलर (2,029 करोड़ रुपये) की रिश्वत देने पर सहमति जताई। अडानी समूह ने आरोपों से इनकार किया और एक बयान में कहा कि वह "सभी संभव कानूनी उपाय" तलाशेगा। इससे पहले गुरुवार को ऊर्जा मंत्री ओपियो वांडेई ने कहा था कि ट्रांसमिशन लाइन अनुबंध के पुरस्कार में कोई रिश्वत या भ्रष्टाचार शामिल नहीं था।