सोमवार को सुशांत सिंह राजपूत के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए बॉलीवुड से विवेक ओबेरॉय समेत कुछ अन्य सेलेब्स पहुंचे थे। श्रद्धा कपूर, कृति सैनन, राजकुमार राव, विवेक ओबेरॉय, मुकेश छाबरा जैसे सेलिब्रेटी सुशांत को अंतिम विदाई देने आए थे। सुशांत को श्रद्धांजलि देने के बाद विवेक ओबेरॉय ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए वहां के हालातों के बारे में बताया।
अंतिम संस्कार के दौरान विवेक ओबेरॉय ने जो भी फील किया उसे उन्होंने एक पोस्ट के जरिए लोगों के सामने पेश किया। सोमवार रात लिखे अपने नोट में विवेक ने बताया, 'सुशांत का अंतिम संस्कार देखना दिल तोड़ने वाला था। आत्महत्या कभी कोई हल नहीं हो सकती है। आज जब मैंने उसके पिता को देखा उसकी चिता को अग्नि देते हुए, तो उनकी आंखों में जो दर्द था उसे बर्दाशत करना बेहद मुश्किल था।
रोते हुए गिड़गिड़ा रही थी बहन
सुशांत सिंह राजपूत की अंतिम यात्रा के दौरान उसकी बहन फूट-फूटकर रो रही थीं। मैं बता नहीं सकता कि ये कितना निराशाजनक था। बहन रोते हुए गिड़गिड़ा रही थी और बार-बार यही कह रही थी कि किसी तरह मेरा भाई वापस आ जाए। जब उसकी बहन को रोते हुए उसे वापस आ जाने के लिए कहते देखा तो मैं बता नहीं सकता कि मुझे अपने मन की गहराई में कैसा महसूस हुआ था।
काश मैं कम कर पाता सुशांत का दर्द
विवेक ने आगे लिखा कि फिल्म इंडस्ट्री ऐसी ही है, अकेलापन इंसान को तोड़ देती है। काश मैं अपना अनुभव उनसे शेयर कर पाता और उनका दर्द कम कर पाता। मेरा अपना सफर भी दर्द भरा रहा है। लेकिन आत्महत्या कभी भी उन सवालों का जवाब नहीं हो सकती है। हम सभी को मिलकर टैलेंटेड और योग्य लोगों की तरफ ध्यान देने की जरूरत है। जिससे इंडस्ट्री में इस तरह की घटना फिर कभी न घटे।