मुंबईः मौजूदा दौर की चर्चित और विवादित फिल्म द कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने इसके बनने के दौरान की कहानियों को साझा किया है। अग्निहोत्री ने द कश्मीर फाइल्स को लिखा भी और निर्देशित भी किया है। इस फिल्म के दृश्यों को फिल्माने में काफी कठिनाइयों को सामना करना पड़ा था।
विवेक रंजन ने बताया कि कश्मीर में फिल्म की शूटिंग के वक्त उनके खिलाफ फतवा जारी हो गया था। लिहाजा वहां से पूरी टीम के साथ बोरिया बिस्तर बांधकर उनको उत्तराखंड जाकर शूटिंग करनी पड़ी। अग्निहोत्री के मुताबिक, फिल्म के दृश्यों को शूट करने के बाद कलाकार रोने लगते थे। उन्हें काफी समझाना पड़ता था।
बकौल अग्निहोत्री, शूटिंग करते वक्त हर सीन के बाद कलाकार फफक-फफक कर रोने लगते थे। फिल्म में अभिनेता 'कश्मीर बनेगा पाकिस्तान' के नारे लगाने के लिए तैयार नहीं होते थे। हम उन्हें बहुत समझाते थे। इस तरह के नारों वाले सीन शूट करने के बाद वे लोग बहुत रोते थे, फिर भारत माता की जय, वंदे मातरम के नारे लगाते थे।
विवेक रंजन ने बताया है कि फिल्म में अनुपम खेर के किरदार की मौत के बाद उनसे लिपटकर खूब रोए थे। फिल्ममेकर ने बताया कि उनके पिता की मौत के बाद से वह रोए नहीं थे। अभिनेता ने कहा, फिल्म में जब अनुपम खेर की मौत होती है तो मैं उनसे लिपटकर फूट-फूट कर रोने लगा था। मुझे मेरे पिता की याद आ गई। इस फिल्म में सब लोग कहीं न कहीं रोते रहे। इमोशनल होते रहे।
गौरतलब है कि इससे पहले फिल्म के सह लेखक सौरभ एम. पांडे ने कहा था फिल्म में सिर्फ 5 प्रतिशत की दिखाई गई है बाकी का दिखा ही नहीं सकते ना ही दिखाने लायक है। सौरभ ने बताया था कि रिसर्च के दौरान 700 इंटरव्यू किए, 15 से 20 किताबें पढ़ी थीं।