TIGP 2023: कला एक रंगीन और सुंदर दुनिया है, जो विभिन्न रूपों में प्रकट किया जाता हैं। इसके अंतर्गत रंग, आकृति, आभास के माध्यम से व्यक्ति अपनी भावनाओं को व्यक्त करता है, बदलते समय के साथ मॉडलिंग के क्षेत्र में लोगों की रुचि बढ़ती दिखाई दी हैं।
जहां मॉडल्स फिजिकल एपीरेंस के साथ-साथ अच्छी अभिव्यक्ति क्षमता, गतिविधियों का अच्छा नियंत्रण, शारीरिक संतुलन, उच्च कला और आकर्षक भावनाओं के साथ सुसज्जित होते हैं। उनके शानदार स्वभाव का रैंप पर उन्हें एक अलग लुक देता है जो दर्शकों के दिलों में उत्साह का संचार करता है, उनके शानदार स्वभाव का रैंप पर उन्हें एक अलग लुक देता है।
इसी क्षेत्र में TIGP उन सभी कलाकारों के लिए बेहद बेहतर मंच साबित हुआ हैं। 10 से 13 अप्रैल को TIGP द्वारा आयोजित होने वाले इवेंट का ग्रैंड फिनाले नवी मुंबई के "हाउस ऑफ लॉर्ड्स" में हुआ। यह सीज़न 2 का अंतिम चरण था, जिसमें 32 महिलाएं शामिल हुईं, जो 23 मार्च को दो चरणों में चयनित हुई थीं।
इस इवेंट में शामिल महिलाओं के 4 दिनों तक अलग-अलग चैलेंज और टास्क हुए, जहां उनके नैतिक और शारीरिक दोनों तरह के टेस्ट किए गए, फाइनल में शामिल होने वाली महिलाओं द्वारा रैम्प वॉक का भी प्रदर्शन हुआ, जो इस कार्यकर्म में चार चांद लगाने जैसा था।
इस भव्य कार्यक्रम में मिनिषा लांबा, मैथिली भोसेकर, जुई पगनीस, श्रीकांत कामत जैसे मुख्य चेहरे मुख्य अतिथि के तौर पर शमिल हुई। साथ ही अन्य इंटरनेशनल मॉडल ने भी इस कार्यक्रम में अपनी हाजरी लगाकर शोभा बढ़ाई।
विजेताओं की बात करे तो टीन इंडिया की विजेता सांगली की सेजल पाटिल रहीं, मिस इंडिया की विजेता प्रसस्या रहीं, जो गुजरात से हैं और वहीं सानिका लहाने मिसेज इंडिया की रेस में आगे रहीं तथा रोज़ीना राणा भी मिसेज इंडिया एलीट विनर रहीं। पहले सीजन के सफ़ल होने के बाद दूसरे सीजन तक का सफर टीआईजीपी (TIGP) के लिए बेहद शानदार रहा।
डॉ.स्वरूप पुराणिक द्वारा स्थापित यह कंपनी अपने लक्ष्य से कई कदम आगे बढ़ चुकी हैं। साथ ही इस कंपनी ने हमेशा से ही कला को प्रथमिकता दी हैं और इसका काफ़ी ध्यान रखा है कि कला की खोज में किसी तरह का भेदभाव ना दिखे। समाजिक रूप से जुड़ी TIGP कई कलाकारों को उनकी कला के अनुसार मौका दे चुकी हैं, हाल ही में सीजन 1 के कांटेस्ट के साथ ही वेब सीरीज को बनाया गया था।
डॉ. स्वरूप पुराणिक ने TIGP की शुरुआत 2019 में की। TIGP का मकसद ऐसे कलाकारों को बढ़ावा देना था, जिनमे जुनून हो भले ही वे किसी भी वर्ग से क्यों ना हो। उन कलाकारों को परिपूर्ण ट्रेनिंग के साथ उन्हे तैयार कर अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाना ये इनका सबसे विशेष ध्येय था।
आज डॉ. स्वरूप पुराणिक TIGP के माध्यम से कई कलाकारों को ऐसा मंच प्रदान कर चुके हैं, जहां से लोग अपने सपने पूरे कर सके, अपने सीज़न 1 की सफ़ल समाप्ति के बाद TIGP अपने सीज़न 2 के अंतिम चरण में प्रवेश कर चुकी हैं।