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रवि किशन योगी के गढ़ गोरखपुर से लड़ेंगे चुनाव, जानें फिल्मी दुनिया से राजनीति तक का पूरा सफर

By पल्लवी कुमारी | Updated: April 15, 2019 21:03 IST

रवि किशन सक्रिय राजनीति में 2014 से हैं।।2014 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की तरफ से जौनपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। लेकिन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कृष्ण प्रताप सिंह से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

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ठळक मुद्देगोरखपुर लोकसभा सीट भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का गढ़ मानी जाती है। 2014 में रवि किशन कांग्रेस पार्टी की तरफ से जौनपुर सीट से चुनाव लड़ा था।

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट गोरखपुर से फिल्म अभिनेता रवि किशन को उम्मीदवार बनाया है। गोरखपुर सीट यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का गढ़ माना जाता है। ऐसे में रवि किशन को गोरखपुर सीट से टिकट देकर बीजेपी ने सबको चौंका दिया है। इसके पीछे की वजह है कि रवि किशन पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में कांग्रेस की टिकट पर जौनपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे।  हालांकि रवि किशन चुनाव हार गए थे। जौनपुर रवि किशन का होम टाउन है। 

रवि किशन का परिचय और फिल्मी करियर 

- रवि किशन एक भारतीय अभिनेता हैं, जो कि हिंदी और भोजपुरी फिल्मों में काम करते हैं।  इनका पूरा नाम रवि किशन शुक्ला है। इनका जन्म 17 जुलाई 1969 को हुआ था। रवि किशन उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। इनके पिता का नाम पंडित श्याम नारायण शुक्ला और माता का नाम जड़ावती देवी है।  

- हिंदी और भोजपुरी फिल्मों के अलावा रवि किशन ने तेलुगू फिल्मों में भी काम किया है। 2006 में उन्होंने बिग बॉस में भी हिस्सा लिया था। 2012 में रवि किशन टीवी चैनल का डांस शो झलक दिखला जा 5 में भी दिख चुके हैं।  इन्होंने अपने करियर की शुरुआत हिंदी फिल्म पितांबर से की थी। जो 1992 में रिलीज हुई थी। 

- रवि किशन ने तकरीबन 50 से अधिक हिंदी और भोजपुरी फिल्मों में काम किया है। रवि किशन सलमान खान की फिल्म 'तेरे नाम' से फेमस हुए थे। तेरे नाम 2003 में रिलीज हुई थी। 

-साल  2007 में, रवि किशन ने स्पाइडर-मैन फिल्म के अभिनेता पीटर पार्कर की आवाज को भोजपुरी में डब किया था।

- रवि किशन ने करियर की शुरुआत में काफी संघर्षों का सामना करना पड़ा था। रवि किशन साल 1990 में गांव छोड़कर मुंबई आए थे। रवि किशन ने एक इंटरव्यू में बताया था- मेरे पिता का डेरी का बिजनेस था। ये किसी कारणवश बंद हो गया। मेरे पिताजी चाहते थे कि मैं उसे दोबारा शुरू करूं। लेकिन मुझे एक्टर बनना था। 

रवि किशन का राजनीतिक सफर 

रवि किशन ने राजनीति में एंट्री ही 2014 में हुई थी। 2014 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की तरफ से जौनपुर सीट से चुनाव लड़ा था। लेकिन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कृष्ण प्रताप सिंह से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2017 में, कांग्रेस पार्टी छोड़कर वह बीजेपी में शामिल हुए थे। 

गोरखपुर लोकसभा सीट का इतिहास 

यूपी की गोरखपुर सीट हाई प्रोफाइल सीटों में से एक है। गोरखपुर लोकसभा सीट भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का गढ़ मानी जाती है। ये कहना गलत नहीं होगा कि ये सीट वहां के गोरखनाथ मठ के लिए आरक्षित रहती है। 1991 से लेकर 2014 तक के सभी लोकसभा चुनावों में इस गोरखपुर सीट पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार ही जीतते आए हैं। 1998 से लेकर 2017 तक उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर सीट से सांसद रहे हैं और 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उनको सांसद का पद छोड़ना पड़ गया था।

टॅग्स :रवि किशनलोकसभा चुनावगोरखपुरउत्तरा प्रदेश लोकसभा चुनाव 2019
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