नई दिल्ली: प्रभास और कृति सनोन स्टारर फिल्म आदिपुरुष शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस फिल्म का निर्देशन ओम राउत ने किया है। फिल्म के डॉयलॉग मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं और उनके द्वारा लिखे संवादों की सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हो रही है। फिल्म में दिखाया गया है कि जब हनुमान लंका में जाते हैं तब मेघनाद उनसे कहता है, "तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने चला आया"। वहीं लंका दहन के दौरान हनुमान का संवाद है कि "कपड़ा तेरे बाप का... तेल तेरे बाप का... आग तेरे बाप की, तो जलेगी भी तेरे बाप की।"
रामायण की कथा में इस तरह के संवादों को देख कर रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर भी भड़के हुए हैं। प्रेम सागर ने अपने इंस्टाग्राम पर भी एक वीडियो पोस्ट की है। लिखा है। उन्होंने लिखा- '50 साल तक भी रामानंद सागर जैसी बनाई हुई 'रामायण' नहीं बन सकती... पापाजी का जन्म रामायण बनाने के लिए हुआ था, उन्हें रामायण को फिर से लिखने के लिए इस धरती पर भेजा गया था। रामानंद सागर का 'रामायण' एक ऐसा महाकाव्य था जिसने दुनिया को एक्सपीरियंस किया है।'
इससे पहले उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा कि फिल्म का ट्रेलर देखकर लगा कि ओम राउत ने 'आदिपुरुष' के जरिए मार्वल बनाने की कोशिश की है।
बता दें कि संवादों के लिए सोशल मीडिया पर सुनाई जा रही खरी खोटी के बीच लेखक मनोज मुंतशिर ने इसका बचाव किया है। रिपब्लिक वर्ल्ड के साथ एक साक्षात्कार में जब मुंतशिर से पूछा गया कि क्या यह उनकी ओर से की गई एक गलती है तो जवाब में उन्होंने कहा कि बजरंगबली के लिए संवाद लिखने में एक बहुत ही सावधानीपूर्वक विचार प्रक्रिया चली। हमने इसे सरल इसलिए बनाया है क्योंकि हमें एक बात समझनी है कि अगर किसी फिल्म में कई किरदार हैं तो वे सभी एक भाषा को नहीं बोल सकते। यह गलती नहीं है।
'आदिपुरुष' अब कानूनी पचड़े में भी फंस गई है। 'हिंदू सेना' नाम के एक संगठन ने फिल्म 'आदिपुरुष' के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की है और दावा किया है कि फिल्म में भगवान राम, रामायण और संस्कृति का मजाक उड़ाया गया है। आदिपुरुष शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। 500 करोड़ रुपये के बजट वाली यह फिल्म हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ में रिलीज़ हुई है।
हालांकि फिल्म ने पहले ही दिन 100 करोड़ से ज्यादा का वर्ल्ड वाईड कलेक्शन किया है।