Poonam Pandey: मौत की आगोश में सो चुकी पूनम पांडे महज महज 24 घंटे के भीतर ही जिंदा हो गई हैं। जब से इस खबर के बारे में लोगों को पता चला है वह भी यकीन नहीं कर पा रहे हैं।
लेकिन यह सच है, पूनम ने वीडियो पोस्ट कर खुद को जिंदा बताया है। इसलिए जो कल तक उनकी मौत पर मातम मना रहे थे। आज उनके जिंदा होने पर खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
क्योंकि पूनम ने अपनी मौत की झूठी खबर फैलाकर उनके दिलों से खेला है। बहरहाल, पूनम जो एक दिन पहले तक इस दुनिया के लिए मर चुकी थी।अब जिंदा होने पर उन्हें ज्यादा खुशी नहीं होनी चाहिए।
क्योंकि, अब उनके खिलाफ कानूनी एक्शन लेने के लिए चारों तरफ से मांग होने लगी है। यहां बताते चले कि सोशल मीडिया पर फेक न्यूज फैलाने के लिए उन्हें कई रात जेल में बितानी पड़ सकती है।
उन पर आईटी एक्ट 2000 के तहत एक्शन लिया जा सकता है। वहीं, दूसरी तरफ मुंबई स्थित ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने पूनम पर एफआईआर दर्ज करवाने की मांग की है।
क्या है आईटी एक्ट
साइबर क्राइम को रोकने के लिए साल 2000 में आईटी एक्ट बनाया गया था। इस एक्ट की धारा 67 के तहत अगर कोई आपत्तिजनक पोस्ट करता है या फिर शेयर करता है तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
दोषी पाए जाने पर तीन साल की जेल होगी और 5 लाख रुपये का जुर्माना लगेगा। दोबारा करने पर सजा और जुर्माना 5 साल और 10 लाख का जुर्माना देना पड़ सकता है।
ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि मांग की है कि पूनम पांडे के खिलाफ एफआईआर की जाए। संस्था ने कहा कि पीआर के लिए सर्वाइकल कैंसर का इस्तेमाल करना स्वीकार्य नहीं है।
पूनम की टीम ने शुक्रवार को इंस्टाग्राम पर एक बयान साझा कर बताया कि उनकी बीमारी से मौत हो गई है और आज वह जिंदा हो गई।