संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म 'पद्मावत' को लेकर मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से फिल्म के रिलीज होने की सभी बाधाएं खत्म करने के बाद भी विरोध जारी है। ताजा मामला राजस्थान के फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर के फिल्म रिलीज से पीछे हटने का है। पद्मावत के लिए राजस्थान में फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर घबराए हुए हैं और फिल्म के डिस्ट्रीब्यूशन राइट्स खरीदने से साफ इनकार कर रहे हैं। उन्हें यह डर है कि ऐसा करने से राजपूत समाज और पद्मावत के विरोध में खड़ी करणी सेना के लोग उनके भी खिलाफ हो सकते हैं और उनका सारा पैसा डूब सकता है। संजय लीला भंसाली की आगामी फिल्म पद्मावत 25 जनवरी को रिलीज होने वाली है।
बड़े बैनर की फिल्म के डिस्ट्रीब्यूशन राइट्स को इस तरह से ठुकराना इंडस्ट्री में कोई सामान्य बात नहीं है। अब अंत में फिल्म प्रोड्यूसर के पास एक ही चारा बचा है, अगर वे यहां खुद ही किसी फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर को नोमिनेट कर दें तो फिल्म यहां चल सकती है। बता दें कि बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट द्वारा पद्मावत के निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली की याचिका पर सुनवाई करते हुए आदेश दिया है कि फिल्म पूरे देश में रिलीज होगी। फिल्म में दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह मुख्य भूमिका में हैं।
पद्मावत को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने यू/ए सर्टिफिकेट दिया है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म का नाम पद्मावती से बदलकर पद्मावत करने का सुझाव दिया था जिसे फिल्म निर्माता ने मान लिया। सेंसर ने फिल्म में छह बदलाव करने के लिए भी कहा था जिसे संजय लीला भंसाली ने स्वीकार कर लिया था। लेकिन सेंसर द्वारा हरी झंडी मिलने के बावजूद बीजेपी शासित राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और हरियाणा ने फिल्म के रिलीज पर रोक लगा दी जिसके खिलाफ भंसाली सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी करणी सेना ने धमकी दी है कि वो फिल्म को रिलीज नहीं होने देगी। वहीं राजस्थान सरकार ने कहा है कि वो सर्वोच्च अदालत के फैसले के अध्ययन के बाद आगे की कार्यवाई पर विचार करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने वकील मोहनलाल शर्मा की वो याचिका खारिज कर दी है जिसमें उन्होंने पद्मावत को मिले सीबीएफसी प्रमाणपत्र को अवैध घोषित करने की मांग की थी।