मुंबईः इन दिनों सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के मंचों पर साउथ फिल्म बनाम हिंदी यानी बॉलीवुड फिल्मों को लेकर काफी बहस हो रही हैं। दक्षिण भारतीय फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर लगातार अच्छे प्रदर्शन ने बॉलीवुड के कंटेंंट पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कई अभिनेताओं ने इस पर खुलकर अपनी राय दे चुके हैं।
इस बीच अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने इसपर अपने विचार व्यक्त करते हुए तीन बदलावों की जरूरत को महसूस किया है। हाल में नवाजुद्दीन टाइम्स नाऊ चैनल के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे जहां उनसे बॉलीवुड में तीन अहम बदलाव के बारे में सवाल किया गया था। अभिनेता से पूछा गया कि अगर उन्हें पॉवर दे दिया जाए तो बॉलीवुड में क्या तीन बदलाव करना चाहेंगे?
इस पर नवाजुद्दीन ने कहा कि ’पहले तो इसका नाम ही बदलूंगा, हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री रखो ना। दूसरा हमारे पास जो स्क्रिप्ट आती है वह रोमन में आती है। उसे याद करना बहुत मुश्किल हो जाता है तो मैं देवनागरी में मांगता हूं।’ स्क्रिप्ट रोमन में लिखी होती है जो समझने में मुश्किल होती है। इसके बाद अभिनेता ने तीसरे बदलाव के बारे में बात करते हुए कहा कि वह सेट पर इंग्लिश के हौवा इसके माहौल को बदलना चाहेंगे।
इसे विस्तार से समझाते हुए नवाजुद्दीन ने कहा कि आस-पास का जो माहौल है ना, डायरेक्टर-असिस्टेंट डायरेक्टर हर कोई इंग्लिश में बात कर रहा होता है। एक्टर के समझ में ही नहीं आ रहा... सीधा-सीधा बोल दे ना यार... उससे क्या है कि परफॉर्मेंस पर भी असर पड़ता है। जैसे साउथ की एक अच्छी बात है कि तमिल में बात करते हैं, गर्व महसूस करते हैं, कन्नड़ है तो गर्व से बात करते हैं।
नवाज आगे समझाते हुए कहते हैं कि दक्षिण में राइटर्स, डायरेक्टर्स, मेकअप आर्टिस्ट जितने भी वह वहां की भाषा में बात करते हैं। तमिल है तो तमिल, कन्नड़ है तो कन्नड़ या मलयाली में बात कर रहे हैं। तो उनका जो माहौल बनता है अलग तो होगा ना... सबको समझ आ रहा है सबकी बातें... हमारे यहां ऐसा है डायरेक्टर पता नहीं क्या कह रहा, असिस्टेंट कुछ और कह रहा है, एक्टर जिसे इंग्लिश समझ नहीं आ रही उसे पता ही नहीं हो क्या रहा है।’
अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी आगामी फिल्म हीरोपंती 2 में नजर आनेवाले हैं। फिल्म में उन्होंने नकारात्मक भूमिका निभाई है। फिल्म में टाइगर श्रॉफ और तारा सुतारिया मुख्य भूमिका में हैं। इस फिल्म को कोरियोग्राफर अहमद खान ने निर्देशित किया है।