फिल्म और टीवी जगत संस्कारी बाबू जी के रूप में लोगों के दिलों में घर करने वाले आलोकनाथ पर #MeToo के जरिए हाल ही में यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे। जिसके बाद से उनकी मुसीबतें हैं कि कम होंने का नाम ही नहीं ले रही हैं। अब #MeToo के तहत आरोप लगने के बाद आलोक नाथ को सिंटा (सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन) ने निष्कासित कर दिया है।
सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन ने ट्विटर पर एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है। सिंटा ने ट्विटर पर लिखा है कि मिस्टर आलोक नाथ के खिलाफ कई सारे सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोप सामने के बाद सिंटा की एक्जीक्यूटिव कमेटी ने उन्हें संगठन से निष्कासित करने का फैसला किया है। ये आलोकनाथ के लिए अब तक का सबसे बड़ा झटका कहा जा सकता है।
वहीं, आजतक के मुताबिक सिंटा से जुड़े अधिकारी अमित बहल ने आज तक से बातचीत में कहा कि आलोक नाथ की मेंबरशिप को खत्म कर दिया गया है, लेकिन आलोक नाथ फिल्म और टीवी के प्रोजेक्ट्स का हिस्सा बन सकते है, डायरेक्टर अपने रिस्क पर उनके साथ काम कर सकते हैं, आगे में किसी प्रकार की घटना हुई तो सिंटा उसके प्रति जवाबदेह नहीं होगा।
विनता नंदा का आलोकनाथ पर आरोप
विनता ने फेसबुक के जरिए आलोकनाथ पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। उन्होंने पूरे घटनातक्रम को सोशल मीडिया पर लिखा है। विंटा ने बिना आलोकनाथ का नाम लिए लिखा है कि उन्होंने मेरे साथ शारीरिक दुर्व्यवहार किया, जब मैं साल 1994 के मशहूर शो 'तारा' के लिए काम कर रही थी। उस शो के दौरान शो की लीड एक्ट्रेस नवनीत निशान के साथ हुई घटना का भी जिक्र इस पोस्ट में किया गया है। हालांकि आलोकनाथ इस आरोप से साफ इंकार कर रहे हैं।
इन लोगों पर लग चुका है #MeToo का आरोप
बता दें कि अमेरिका से शुरू हुआ #MeToo मूवमेंट करीब दो साल बाद भारत में दोबारा शुरू हो चुका है। भारत में इसे शुरू करने का श्रेय अभिनेत्री तनुश्री दत्ता को दिया जा रहा है। तनुश्री दत्ता ने अभिनेता नाना पाटेकर पर यौन शोषण का आरोप लगा कर मधुमक्खी के छत्ते में पत्थर मार दिया। उसके बाद क्वीन फिल्म के निर्देशक विकास बहल, एआईबी के कॉमेडियन उत्सव चक्रवर्ती, लेखक चेतन भगत, टीवी चैनल आज तक के निदेशक सुप्रियो प्रसाद, टाइम्स ऑफ इंडिया के कार्यकारी संपादक गौतम अधिकार, हिंदुस्तान टाइम्स के पत्रकार प्रशांत झा इत्यादि पर #MeToo के तहत आरोप लगे हैं।