#MeeToo Movement: अलीबाबा ने बॉस पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला कर्मचारी को निकाला
By रुस्तम राणा | Published: December 13, 2021 12:05 PM2021-12-13T12:05:49+5:302021-12-13T12:06:46+5:30
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि बर्खास्तगी पत्र में कहा गया है कि उसने झूठ फैलाया, जिससे कंपनी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा। महिला ने सरकार समर्थित अखबार दाहे डेली को बताया कि उसे पिछले महीने के अंत में नौकरी से निकाल दिया गया।
बीजिंग: वैश्विक स्तर पर महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाला आंदोलन #MeeToo (मीटू) को झटका लगा है। चीन की मशहूर ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड ने बॉस पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला कर्मचारी को कंपनी से निकाल दिया है। हैरानी इस बात की है कि न के ई-कॉमर्स लीडर द्वारा आरोप पर अपनी प्रारंभिक प्रतिक्रिया को स्वीकार करने के कुछ ही महीनों बाद आया यह कदम लिया गया है।
कंपनी ने महिला पर लगाया झूठ फैलाने का आरोप
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि बर्खास्तगी पत्र में कहा गया है कि उसने झूठ फैलाया, जिससे कंपनी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा। महिला ने सरकार समर्थित अखबार दाहे डेली को बताया कि उसे पिछले महीने के अंत में नौकरी से निकाल दिया गया। महिला कर्मचारी को यह कहते हुए उद्धृत किया गया, मैंने कोई गलती नहीं की है और निश्चित रूप से इस परिणाम को स्वीकार नहीं करूंगी और भविष्य में अपने अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए कानूनी साधनों का उपयोग करूंगी।
अलीबाबा ने अभी तक बर्खास्तगी पर नहीं दिया बयान
वहीं अलीबाबा ने अभी तक उसकी बर्खास्तगी पर कोई बयान नहीं दिया है। आपको बता दें कि महिला ने बीते अगस्त में कंपनी के एक सीनियर मैनेजर पर आरोप लगाया कि जिनान की व्यावसायिक यात्रा के दौरान शराब का सेवन करने के बाद जब वह सुबह उठी तो उसने खुद को एक होटल के कमरे में बिना कपड़ों के पाया।
महिला के बॉस ने बनाया था ट्रिप पर चलने का दबाव
महिला के बॉस ने इस बिजनेस ट्रिप पर चलने के लिए उस पर दवाब बनाया था और कहा था कि वह उसे एक क्लाइंट से मिलवाएगा। होटल के सीसीटीवी फुटेज में बॉस को शाम को उसके कमरे में प्रवेश करते हुए दिखाया गया है। महिला कर्मचारी ने अगस्त में अपने आरोप को सार्वजनिक करते हुए कहा कि कंपनी जुलाई में हुई घटना पर कार्रवाई करने में विफल रही है। चीन में इस मुद्दे पर अब बहस होने लगी है।