मुंबईः जाने-माने गीतकार जावेद अख्तर ने बुल्ली बाई ऐप की मास्टरमाइंड 18 वर्षीय श्वेता सिंह को माफी देने की वकालत की है। मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट कर उनकी ऑनलाइन बोली लगाने को लेकर जावेद अख्तर ने पिछले दिनों कई ट्वीट किए। बुधवार को भी उन्होंने एक ट्वीट किया जिसमें लिखा कि अगर इसके पीछे वाकई एक 18 साल की लड़की है तो उसके प्रति दयाभाव दिखाते हुए माफ कर देना चाहिए।
गीतकार ने अपने ट्वीट में लिखा- अगर बुल्ली बाई ऐप की मास्टरमाइंड वाकई 18 साल की लड़की है, जिसके माता-पिता की कैंसर और कोरोना से मौत हो गई थी तो उससे लोगों को मिलना चाहिए और बड़ों की तरह समझाना चाहिए कि उसने जो कुछ किया वो गलत था। दयाभाव दिखाते हुए माफ कर देना चाहिए।
इससे पहले (4 जनवरी) को भी जावेद अख्तर ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा था, 'जब से मैंने महिलाओं की ऑनलाइन बोली लगाने, गोडसे के महिमामंडन और जनसंहार की अपील के खिलाफ आवाज उठाई है तब से ही कुछ कट्टरपंथी मेरे स्वतंत्रता सेनानी पूर्वज को गाली दे रहे हैं, जिनकी 1864 में कालापानी में मौत हो गई थी। इन मूर्खों को आप क्या कहेंगे?'' इससे पहले के एक ट्वीट में उन्होंने पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल खड़े किए थे।
बहरहाल उनके ताजा ट्वीट को लेकर लोगों ने उनकी आलोचना की। प्रखर पत्रकार दिलीप मंडल ने लिखा, जाने दीजिए! क्रिमिनल है पर अनाथ है बेचारी। भारत में नरसंहार के प्रोजेक्ट में लगी है पर गरीब है। फटा चीथड़ा पहनती है। घर में खाने को दाने नहीं हैं। दो जून की रोटी को मोहताज है। गलती से लड़कियों की ऑनलाइन सेल लगवा रही थी। गलती तो किसी से भी हो सकती है।
वहीं पत्रकार मीना कोटवाल ने भी जावेद अख्तर को जवाब देते हुए लिखा, इसपर ज्ञान क्यों नहीं देते आप कि कैसे बच्चों के दिलों में नफरत भरा जा रहा है। कैसे सिखाया जा रहा है कि मुस्लिम दुश्मन है? कैसे स्कूल में सवर्ण जाति के बच्चे दलित भोजनमाता के हाथ से बना भोजन खाने से इंकार कर दे रहे हैं? ये सब आपको नहीं दिखता बैलेंसवादी जावेद साहब?
महिलाओं के प्रति यौन हिंसा के खिलाफ अपनी आवाज उठाने वाली सुनीता कृष्णन ने लिखा, यह विश्वास करना कठिन है कि वह मास्टर माइंड हो सकती है, उसे प्रेरित करने और ऐसा करने में उसे हेरफेर करने के लिए कोई अन्य शक्ति काम कर रही होगी।
करण कपूर नाम के एक यूजर ने लिखा कि आप संघियों की तरह व्यवहार ना करें। जवाब में लिखा, यदि आप संघियों के समान व्यवहार करने लगेंगे, तो उनमें और आप में क्या अंतर है! मुझे पता है कि जो हुआ वह सही नहीं था और अगर यह मेरी बहन या मेरी मां होती, तो शायद मैं भी उसी तरह प्रतिक्रिया करता! लेकिन हमें और अधिक करुणा की आवश्यकता है।