मुंबई : टेलीविजन जगत के मशहूर शो इंडियन आइडल 13 के विजेता का ऐलान आखिरकार हो गया है। कई महीनों तक चले इस शो में सबको पीछे छोड़ ऋषि सिंह ने विनर की ट्रॉफी अपने नाम कर ली है। अयोध्या के रहने वाले ऋषि ने 25 लाख के पुरस्कार के साथ चमचमाती ट्रॉफी अपने नाम की है।
वहीं, कोलकाता की देबोस्मिता रॉय फर्स्ट रनर अप रहीं। ऋषि के विजेता बनने के साथ ही उनके दोस्त और माता-पिता की खुशी सातवें आसमान पर है। मगर ऋषि को ये सफलता ऐसे ही नहीं मिली है, अपनी कड़ी मेहनत के दम पर ऋषि ने ट्रॉफी अपने नाम की।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, ऋषि ने विनर बनने के बाद जब उनसे बात की तो अपना अनुभव साझा किया। ऋषि ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वह विजेता बन जाएंगे। उन्होंने सभी वोटरों का आभार जताया और कहा कि वह बहुत आभारी है उन लोगों के जिन्होंने उन्हें वोट देकर विजेता बनाया है। उन्होंने कहा, "बेशक मेरे लिये ये जीत बहुत मायने रखती है लेकिन यह प्यार मेरे लिए और भी खास है।"
गौरतलब है कि ऋषि ने संगीत के लिए किसी तरह का प्रशिक्षिण नहीं लिया था। चूकिं वह अयोध्या के रहने वाले हैं इसलिए वह बचपन से ही मंदिर और गुरुद्वारे में अपने पिता के साथ भजन गाने जाया करते थे। भजन गाने के दौरान ही उनका झुकाव संगीत की तरफ हुआ और वह संगीत की दुनिया में नाम कमाने के लिए मुंबई नगरी पहुंच आए।
अपने माता-पिता की असली संतान नहीं ऋषि
इंडियन आइडल 13 के विनर ऋषि सिंह के बारे में आज हर कोई जनता है लेकिन यह शायद बहुत कम लोगों को पता होगा कि ऋषि अपने माता-पिता की असली संतान नहीं बल्कि उन्हें गोद लिया गया है। इस बारे में शो के दौरान खुद ऋषि ने बताया था। उनके लिए ये बेहद भावुक पल था।
अयोध्या के रहने वाले राजेंद्र सिंह और अंजलि सिंह ने उन्हें गोद लिया था। शो के दौरान ऋषि ने कहा कि मुझे मेरे माता-पिता ने गोद लिया है और यह उनके जीवन की सच्चाई है और वह इससे भाग नहीं सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने जितनी भी गलती की है जीवन में उसके लिए माफी मांगना चाहता हूं।
वहीं, ऋषि के पापा राजेंद्र सिंह ने बताया कि जब ऋषि महज एक दिन के थे तभी उन्हें गोद ले लिया गया था। मगर उनको इस बात का डर हमेशा रहता था कि ऋषि को किसी तरह से इस बारे में पता न चल जाए।
हालांकि, शो के दौरान ऋषि के माता-पिता ने उन्हें ये सच्चाई बता दी। इसका खुलासा करते हुए ऋषि ने कहा कि ये उनके लिए एक बड़ी खबर थी लेकिन उन्होंने इस सच्चाई को स्वीकार किया। यही एकमात्र तरीका है कि वह अपने माता-पिता के साथ खुशी से जीवन बिता सके।
शो में भावुक होते हुए ऋषि ने कहा था कि मुझे माता-पिता के रूप में भगवान मिल गए वरना मैं कहीं पर मर रहा होता, कड़ी सड़ रहा होता। मैं कहा होता मुझे नहीं पता। अगर इनके साथ नहीं होता तो इस मंच पर नहीं होता।
उन्होंने बताया कि वह बचपन में बहुत बीमार रहते थे तो उनकी मां उनका अधिक ख्याल रखती थीं। रात-रात भर सोती नहीं थीं। लोग कहते थे कि ये आपका अपना खून नहीं है आगे जाकर आपका बुढ़ापा खराब कर देगा।
ऋषि के फैन हुए विराट कोहली
अयोध्या के ऋषि बहुत ही सुरीला गाते हैं और अपने संगीत से उन्होंने शो में जजों का दिल जीत लिया। इसके अलावा इंडियन स्टार क्रिकेटर विराट कोहली भी ऋषि के संगीत के फैन होने से खुद को रोक नहीं पाए। विराट कोहली ने खुद ऋषि को मैसेज किया था और उन्हें कहा था कि उनका संगीत उन्हें बहुत पसंद है।
इसी कड़ी में ऋतिक रोशन ने भी ऋषि के गाने के मुरीद होते हुए उन्हें अपनी अगली फिल्म में गाना गाने के ऑफर दिया है। साथ ही सोनी म्यूजिक इंडिया के साथ रिकॉर्डिंग का कॉन्ट्रैक्ट भी ऋषि ने साइन किया है।