राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने मशहूर फिल्म निर्माता बासु चटर्जी के निधन पर बृहस्पतिवार को शोक व्यक्त किया और कहा कि आम जनमानस का मानवीय चित्रण ही उनकी फिल्मों की ताकत थी। ‘‘रजनीगन्धा’’ और ‘‘चितचोर’’ जैसी आम जनमानस से जुड़ी, हल्के फुल्के अंदाज वाली फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले अनुभवी फिल्म निर्माता बासु चटर्जी का उम्र संबंधी बीमारियों के कारण बृहस्पतिवार को निधन हो गया।
93 वर्षीय चटर्जी ने सांताक्रूज स्थित अपने आवास पर नींद में ही अंतिम सांस ली। शोक व्यक्त करते हुए पवार ने ट्वीट किया, '' मशहूर फिल्म निर्माता बासु चटर्जी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। आम जनमानस का मानवीय चित्रण ही बासु दा की फिल्मों की ताकत थी। परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी संवेदना।'' वहीं, महाराष्ट्र के गृह मंत्री एवं राकांपा नेता अनिल देशमुख ने भी चटर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया। राकांपा नेता सुप्रिया सुले ने भी ट्वीट करके चटर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
वहीं प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘ श्री बासु चटर्जी के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। उनका काम काफी अच्छा और संवेदनशील है। उनके काम ने लोगों के दिलों को छुआ और उन्होंने लोगों की सामान्य और जटिल भावनाओं के साथ-साथ उनके संघर्षों को भी पर्दे पर उतारा। उनके परिवार और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति।’’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘दिग्गज फिल्म निर्देशक और पटकथा लेखक बासु चटर्जी के निधन से दुखी हूं। उन्होंने हमें ‘छोटी सी बात’, ‘चितचोर’, ‘रजनीगन्धा’, ‘ब्योमकेश बख्शी’, ‘रजनी’ जैसी तमाम शानदार फिल्में दीं। उनके परिवार, दोस्तों, प्रशंसकों और पूरे फिल्म समुदाय के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।’’ फिल्म निर्माता हंसल मेहता ने कहा कि चटर्जी अपने पीछे सिनेमा की महान विरासत छोड़ गए हैं।