मुंबई: बिहू असम में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। असम में ‘बोहाग बिहू’ नव वर्ष के आगमन का प्रतीक है। फसल पककर तैयार होने के जश्न से जुड़ा ये त्योहार असम में खूब धूमधाम से मनाया जाता है। हालांकि, हेमा मालिनी ने बधाई देने के लिए किए ट्वीट में इसे गलती से इसे बिहार का त्योहार बता दिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना शुरू हो गई और यूजर्स उन्हें ट्रोल करने लगे। इसके बाद हेमामालिनी ने एक नए ट्वीट करते हुए अपनी गलती के लिए माफी भी मांगी।
हेमामालिनी ने ट्वीट में की क्या गलती?
हेमामालिनी ने बधाई के लिए लिखे ट्वीट में कहा था, 'यह फसल कटाई का मौसम है। पुथांडु (नया साल), बैसाखी (पंजाब), बिहू (बिहार) और पोइला बोइशाख या नबा बरशा (बंगाल) आज मनाए जाने वाले कुछ त्योहार हैं। आप सभी के लिए त्योहार का महीना शानदार हो।'
इस ट्वीट पर ट्रोल होने के बाद हेमा मालिनी को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने एक और ट्वीट कर माफी मांग ली। उन्होंने ट्वीट किया, 'मैंने गलती से बिहू के बारे में कहा है कि यह बिहार में मनाया जाने वाला त्योहार है। मुझे खेद है! इसे असम का त्योहार बिहू पढ़ा जाना चाहिए।'
गौरतलब है कि हेमामालिनी हाल ही में मुंबई में मेट्रो से सफर को लेकर भी चर्चा में रही थी। उस समय सोशल मीडिया यूजर्स ने उनके इस कदम की खूब तारीफ भी की थी। हेमामालिनी ने कुछ वीडियो शेयर करते हुए कहा था कि उन्होंने मुंबई की ट्रैफिक से बचने के लिए मेट्रो का सहारा लिया था और उनका अनुभव शानदार रहा।
बताते चलें कि देश में आज कई राज्यों में बैसाखी, बोहाग बिहू, पुथांडु और उड़िया नव वर्ष त्योहार मनाए जा रहे हैं। फसल पककर तैयार होने के जश्न से जुड़े ये त्योहार देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नाम से मनाए जाते हैं। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में ‘उगादि’ और कर्नाटक में ‘युगादी’ के नाम से इस त्योहार को मनाया जाता है। महाराष्ट्र में यह त्योहार ‘गुड़ी पड़वा’ और तमिलनाडु में ‘पुथांडु’ के नाम से मनाया जाता है।
केरल में इस उत्सव को ‘विशु’, जबकि पंजाब में लोग इसे ‘वैशाखी’ के नाम से मनाते हैं। ओडिशा में इसे ‘पणा संक्राति’ के नाम से मनाया जाता है। पश्चिमी बंगाल में ‘पोइला बोइशाख’ और असम में ‘बोहाग बिहू’ नव वर्ष के आगमन का प्रतीक है।