फिल्म - 'गली बॉय'
कलाकार: रणवीर सिंह, आलिया भट्ट, सिद्धांत चतुर्वेदी, विजय राज
निर्देशक: ज़ोया अख्तर
फिल्म की रेटिंग: 3.5/5
'गली बॉय' देखकर सबसे पहली बात जो दिल में आती है वो यह है कि रणवीर सिंह का टाइम पूरे धमाके के साथ आ गया हैं. ज़ोया अख्तर की 'गली बॉय' एक बहुत ही मोटिवेशनल स्टोरी है. रैपर रणवीर सिंह और 'हटेली' आलिया भट्ट की फिल्म बहुत हार्ड है. 'गली बॉय' प्योर और एंटरटेनिंग म्यूजिकल फिल्म है जो मुंबई के स्ट्रीट रैपर डिवाइन और नाजी की जिंदगी पर आधारित है.
'गली बॉय' की कहानी
'गली बॉय' की कहानी मुराद (रणवीर सिंह) की मुराद पूरी होने की कहानी है. मुंबई के धारावी में रहने वाला मुराद शेख (रणवीर सिंह) के सपने बहुत बड़े है. लेकिन गरीबी और घर के हालत हालात मुराद को तोड़कर रख देते हैं. उसके अंदर एक अलग तरह की जवाला है और उसे रैप में उम्मीद की किरण दिखती है. एक दिन कॉलेज में मुराद की मुलाकात रैपर एमसी शेर से होती है और उसे रैप में उम्मीद की किरण दिखती है. कैसे धारावी के स्लम में रहने वाला मुराद रैपर 'गली बॉय' के नाम से मशहूर होता है और रैपर बनने के लिए किन हालातों का सामना करना पड़ता है, यही है फिल्म की कहानी. साथ ही सफीना अली (आलिया भट्ट) के साथ मुराद की बहुत ही प्यारी और क्यूट लव स्टोरी दिखाई गई है.
अभिनय
रणवीर सिंह ने ये साबित कर दिया है की वो इस टाइम के शानदार एक्टर हैं, और हर किरदार में जी जान से उतर जाने में वो माहिर हो चुके हैं. जब जब वो स्क्रीन पर आते है रैप करते हुए आप बस सीटी ही मारेंगे. उनकी चाल ढाल, डायलॉग, एक्टिंग हर चीज़ में उनकी मेहनत पर्दे पर साफ झलकती है. आपको लगेगा ही नहीं कुछ समय पहले ये शख्स खतरनाक अलाउद्दीन खिलजी बना था या सिम्बा में कड़क पुलिस वाला. कई कई जगह आपको रणवीर, ज़िन्दगी न मिलेगी के दोबारा के फरहान अख्तर जैसे ही लगेंगे जो अपने ही मन में एक कहानी लिखता रहता है. सफीना की किरदार में आलिया भट्ट ने तो कमाल ही कर दिया है. एक खतरनाक अड़ियल लड़की जो इतनी डयरिंग है कि उसका जो मन करता है वो करती है. फिल्म के फर्स्ट हाफ में आलिया इतनी जोरदार हैं कि वो रणवीर पर पूरी तरह से हावी हो जाती हैं. रणवीर और अलिया की जोड़ी और केमिस्ट्री लाजवाब है. लेकिन असली सरप्राइज सिद्धांत चतुर्वेदी जो बॉलीवुड में अपना डेब्यू कर रहे हैं. एमसी शेर के किरदार में सिद्धांत चतुर्वेदी पूरी तरह छा जाते हैं और वे एक कूल रैपर ही लगते हैं. आपको लगेगा ही नहीं की ये उनकी पहली फिल्म है. फिल्म के और किरदार जैसे विजय राज और कल्कि कोचलीन भी अपने रोल में फिट बैठते है.
डायरेक्शन, डायलॉग, स्क्रीनप्ले, सिनेमाटोग्राफी
जोया अख्तर एक कमाल की डायरेक्टर है. इस फिल्म में भी उनका डायरेक्शन उम्दा है. फिल्म में घरेलू हिंसा, एरिया में ड्रग्स और ऐसे कई मुद्दों को भी दिखाया गया है. लेकिन कई जगह फिल्म ट्रैक से फिसल जाती है और कनेक्शन टूट जाता है. इतना ही नहीं फिल्म आपको कई बार बहुत स्लो लगेगी और कहानी प्रीडिक्टिबल हो जाती है. फिल्म की ड्यूरेक्शन बहुत लम्बी है और साथ ही क्लाइमेक्स बहुत बेटर हो सकता था. एडिटिंग भी टाइट हो सकती थी. जोया अख्तर इस बार थोडा चुक जाती है. ज़ोया अख्तर और रीमा कागती ने मिलकर फिल्म को लिखा भी है. फिल्म के डायलॉग, स्क्रीनप्ले और सिनेमाटोग्राफी को बहुत सारी सीट्स और ताली मिलेगी. हर लिहाज़ से चाहे लोकेशन हों या फिर कैरेक्टर्स ज़ोया अख्तर ने फिल्म को रॉ, नेचुरल और रीयल रखने की कोशिश की है.
म्यूजिक
'गली बॉय' एक म्यूजिकल फिल्म है और रणवीर सिंह को रैप करते देख आपको बहुत मज़ा आएगा. फिल्म में जब भी बैकग्राउंड में गाना बजता है तो आपका एक्साइटमेंट और भी बड जाता है. फिल्म का म्यूजिक आपको झूमने को मजबूर कर देगा. फिल्म में ज्यादातर गाने डिवाइन और नाजी के ओरिजिनल गाने ही रखे गए हैं. 'मेरे गली में', 'आज़ादी' और 'अपना टाइम आएगा' जैसे गाने रिलीज़ होते ही सुपरहिट हो गए थे. 'गली बॉय' में यूथ को कनेक्ट करने वाला हर मसाला है और खासतौर पर जो यंग रैपर हैं वो तो बहुत ही इंस्पायर होंगे. अगर Ranveer Singh Gully Boy की जान है तो फिल्म का म्यूजिक उसकी आत्मा है.
फाइनल वर्डिक्ट
'गली बॉय' में आपको स्ट्रीट रैपर्स की ज़िंदगी को करीब से जानने का मौका भी मिलेगा और साथ ही प्रेरणा भी मिलेगी कि कैसे अपनी कमजोरी को आप अपनी ताकत बना सकते है. ये फिल्म आपको आगे बदने की प्रेरणा भी देगी. फिल्म के डायलॉग आपको बहुत इंस्पायर करेंगे और दिल छू जायेंगे. जैसे की एक डायलॉग ''दुनिया में सब लोग कंफर्टेबल रहते तो रैप कौन करता?'' आपको जोश से भर देगा. फिल्म में प्यार है, ड्रामा है, इमोशन है, मोटिवेशन है, रैप म्यूजिक है जिसे एक बार देखना तो बनता ही है. और इस से ज्यादा रणवीर और अलिया की लविंग केमिस्ट्री है जिसे आप मिस नहीं कर सकतेतो तैयार हो जाइये गल्ली बॉय की गली में वैलेंटाइन डे मानाने के लिए.