लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अभिनेता आलोक नाथ और श्रेयस तलपड़े समेत सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का दर्ज किया गया है. कोर्ट के आदेश पर इन सबके खिलाफ गोमती नगर विस्तार थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है. इन सभी पर एलयूसीसी कंपनी में निवेश का झांसा देकर 45 लोगों से लगभग 9 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम हड़पने का आरोप है.
इस कंपनी ने पीड़ितों को 6 साल में पैसा डबल करने का ऑफर दिया गया था. पीड़ित अनीस अहमद ने तहरीर पर दोनों अभिनेताओं के साथ कंपनी के कोर टीम मेंबर डॉ. उत्तम सिंह राजपूत, प्रबंधक समीर अग्रवाल समेत कुल 7 लोगों के खिलाफ बीएनएस की धारा 409 और 420 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. जल्दी की पुलिस इस मामले में आलोक नाथ और श्रेयस तलपड़े को पूछताछ करने के लिए थाने पर बुलाएगी.
गोमतीनगर थाने के प्रभारी के अनुसार, लखनऊ के त्रिवेणी नगर में रहने वाले अनीस अहमद के साथ एलयूसीसी कंपनी ने घोखाधड़ी की है. इस संबंध में दर्ज कराए गए मुकदमे में अनीस अहमद के लिखा है कि करीब 8 साल पहले उत्तम सिंह राजपूत से मुलाकात हुई थी.
उत्तम के कहने पर उसने द लोनी अरबन मल्टी स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट कोआपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड (एलयूसीसी) में दस लाख रुपए निवेश किए थे. उसे बताया गया था कि उक्त कंपनी में जितना पैसा लगाओगे 6 साल में उसका दोगुना मिलेगा.
इस कंपनी के प्रबंधक समीर अग्रवाल आदि ने एलयूसीसी केंद्र सरकार के कृषि मंत्रालय (वर्तमान में सहकारिता मंत्रालय) में पंजीकृत सोसाइटी है. और इस सोसाइटी का प्रचार अभिनेता आलोक नाथ और श्रेयस तलपड़े करते हैं.
इस कंपनी के ऐसे दावों से प्रभावित होकर अनीस अहमद ने अपनी गाढ़ी कमाई और उधार रुपये लेकर कुल 10 लाख रुपये सोसाइटी में निवेश किए. यह रकम गोमती नगर विस्तार में स्थित एलयूसीसी की मुख्य ब्रांच में जमा की गई. इस सम्बन्ध में कंपनी से रसीद के तौर पर बांड और पास बुक अनीस को दी गई. अ
नीस को सोसाइटी का मेंबर भी बनाया गया. इसी तरह एलयूसीसी में लखीमपुर खीरी में रहने वाले गोपाल ने 40 लाख रुपए, अंकित शरण कश्यप ने 20 लाख रुपए, लक्ष्मीकांत ने 11 लाख रुपए, नंदराम शर्मा ने 15 लाख रुपए और उपासना तिवारी ने 65 लाख रुपए, राजू वर्मा ने 7 लाख रुपए, श्याम बाबू अवस्थी ने 2 लाख रुपए, आशीष अवस्थी ने एक लाख रुपए, मोहम्मद एजाज ने 4 लाख रुपए, मो. इस्लाम ने 10 लाख रुपए, विशाल गुप्ता ने 2 लाख रुपए, प्रशांत सिंह ने 7 लाख रुपए, आशुतोष कुमार वर्मा ने 6 लाख रुपए और विनय कुमार सिंह ने ढाई लाख रुपए निवेश किए. इन सभी के रुपए तय समय पर नहीं मिले.
इसी के बाद इन लोगों ने डॉ. उत्तम सिंह से अपने पैसे मांगे तो वह टालमटोल की. तो पीड़ित लोगो ने पुलिस के पास गए वहां जब इनकी सुनी नहीं गई तो इन लोगों ने कोर्ट की शरण ली और कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि डॉ. उत्तम सिंह ने अभिनेता आलोक नाथ और श्रेयस तलपड़े से चिटफंड स्कीम का प्रचार कराया था. बड़े नामों को जोड़कर आरोपियों के भोलेभाले लोगों को अपनी बातों में फंसा लिया था. जिसके चलते ही इन दोनों अभिनेताओं के खिलाफ भी घोखाधड़ी में शामिल होने का आरोप लगा है. इस मामले में पीड़ित लोग अपनी जमापूंजी वापस पाने के लिए न्याय की गुहार लगा रहे हैं. जल्दी ही इस मामले में आरोपियों से पूछताछ की जाएगी.