अभिनेता आशुतोष राणा इन दिनों एमएक्स प्लेयर पर अपनी वेब सीरीज 'छत्रसाल' को लेकर ज्यादा चर्चा में बने हुए हैं। आशुतोष राणा ने छत्रसाल में औरंगजेब की भूमिका अदा की है जो मुगल इतिहास में सबसे क्रूर मुगल बादशाह के रूप में दर्ज है। ज्यादातर फिल्मों में अपने ग्रे शेड्स वाले किरादार निभाने को लेकर कई बातों का जिक्र किया है। अभिनेता ने कहा कि उन्हें ऐसे किरदारों से लगाव है। उनका कहना है कि नेगेटिव रोल करने से वे बेहतर इंसान बनते हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक आशुतोष राणा ने कहा है कि काला या सफेद चरित्र दर्शकों पर कोई प्रभाव नहीं छोड़ता है। उन्होंने जोर देकर कहा, खलनायक पात्रों में कई उतार-चढ़ाव होते हैं लेकिन नायक का चरित्र ऊंचाई पर स्थित समतल भूमि (पठार)की तरह होता है। राणा ने आगे कहा कि खलनायक पात्रों में विविधता होती है। उनको अपने अस्तित्व को सही ठहराने की भूख होती है।
अभिनेता ने अमिताभ बच्चन के दीवार और संजय दत्त की वास्तव का जिक्र किया और कहा कि पहले की फिल्मों में नायक के किरदार में भी ग्रे शेड्स होते थे। आशुतोष राणा ने कहा, आपको दीवार में अमिताभ बच्चन का किरदार याद होगा या वास्तव के संजय दत्त या शोले के जय और वीरू का जो ग्रे शेड किरदार निभा रहे थे। खासिल काले या सफेद पात्रों वाले किरदार किसी भी तरह का भाव नहीं छोड़ते हैं।