umeshchaturvedi (उमेश चतुर्वेदी): Latest News (ताज़ा ख़बर), Breaking News (ब्रेकिंग न्यूज़) in Hindi and Bloat News Hindi (लोकमत न्यूज हिन्दी)

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उमेश चतुर्वेदी

25 साल से पत्रकारिता में सक्रिय। नियमित स्तंभकार। बाजारवाद के दौर में मीडिया पुस्तक प्रकाशित। मशहूर पत्रिका दिनमान का मोनोग्राफ लेखन। लिखना यानी जिंदगी, पढ़ना यानी डिप्रेशन लेकिन दोनों से अथाह प्यार।
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उमेश चतुर्वेदी का ब्लॉगः नागरिकता संशोधन कानून का विरोध  - Hindi News | | Latest india News at Lokmatnews.in

भारत :उमेश चतुर्वेदी का ब्लॉगः नागरिकता संशोधन कानून का विरोध 

नागरिकता संशोधन कानून बहुत व्यापक है. नौ जनवरी को इस बिल पर चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्नी राजनाथ सिंह ने असम और पूर्वोत्तर के दूसरे इलाकों में फैले भ्रम को दूर करने की कोशिश भी की. उन्होंने कहा कि इस बिल के तहत सिर्फ असम या पूर्वोत्तर पर जिम्मेदा ...

उमेश चतुर्वेदी का ब्लॉग: अमेरिका में बढ़ा हिंदी का चलन - Hindi News | | Latest india News at Lokmatnews.in

भारत :उमेश चतुर्वेदी का ब्लॉग: अमेरिका में बढ़ा हिंदी का चलन

अमेरिका की धरती पर हिंदी बोलने वालों की संख्या बढ़कर आठ लाख 63 हजार हो जाना सामान्य बात नहीं है।   ...

उमेश चतुर्वेदी का ब्लॉग: संवाद से छंट जाएंगे संदेह के बादल! - Hindi News | | Latest india News at Lokmatnews.in

भारत :उमेश चतुर्वेदी का ब्लॉग: संवाद से छंट जाएंगे संदेह के बादल!

इस संवाद में संघ ने सभी आग्रहों और दुराग्रहों पर एक तरह से सफाई ही दी है। संघ पर ब्राह्मणवाद के वर्चस्व का आरोप भी ऐसा ही है। लेकिन संघ प्रमुख ने कहा कि लोगों को पता नहीं है कि संभाग स्तर तक संघ के प्रमुख संगठकों में विभिन्न जातियों के लोग आगे आ गए ह ...

उमेश चतुर्वेदी का ब्लॉग: चीन की घेराबंदी से भारत को रहना होगा सावधान - Hindi News | | Latest india News at Lokmatnews.in

भारत :उमेश चतुर्वेदी का ब्लॉग: चीन की घेराबंदी से भारत को रहना होगा सावधान

14 सितंबर को हुई बैठक में पॉल ने साफ कहा कि अपनी संप्रभुता और क्षेत्नीय अखंडता पर खतरे वाली किसी भी परियोजना को लेकर कोई भी देश चुप्पी नहीं साध सकता। ...

संसदीय सत्रों की मर्यादा बचा पाएंगे सियासी दल?  - Hindi News | | Latest politics News at Lokmatnews.in

राजनीति :संसदीय सत्रों की मर्यादा बचा पाएंगे सियासी दल? 

जब चार साल संसद के सत्न नहीं चले तो चुनावों की उलटी गिनती के दौर में संसदीय सत्न के सुचारु रूप से चलने की उम्मीद करना भोलापन ही होगा। ...

खुले में न्यायिक सुनवाई के मायने - Hindi News | | Latest india News at Lokmatnews.in

भारत :खुले में न्यायिक सुनवाई के मायने

इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि खुले में न्याय की अवधारणा पहली बार ईसा पूर्व तीसरी सदी में जिस भारतभूमि में आई थी, उसे यहां लागू होने के लिए इक्कीसवीं सदी तक इंतजार करना पड़ा। ...