बाबासाहब जिस भारत का सपना देख रहे थे, समग्रता में जिस भारत की कामना कर रहे थे और संघर्ष कर रहे थे, उसमें विविध आयाम हैं और उसको स्थापित करने, समझने का मार्ग केवल संवाद के माध्यम से मिलता है. ...
हिंदी को विश्व भर में लोकप्रिय बनाने और उसे संयुक्त राष्ट्र की एक आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किए जाने की दिशा में प्रयास जारी हैं। इस संबंध में भारत की संसद में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का एक वक्तव्य अत्यंत महत्वपूर्ण है। ...
भारत की संविधान सभा ने संविधान के निर्माण में भारत के विविध धर्मों, सामाजिक परंपराओं, भारतीय इतिहास के गौरवशाली अध्याय का विस्तृत विवेचन तो किया ही, श्रेष्ठ ज्ञान को संपूर्ण विश्व से लेने की अपनी महान ज्ञान परंपरा को भी सामने रखा। ...
देश 75 वर्ष में इस स्थिति में पहुंचा है कि हम जिसके गुलाम थे आज हम उनको केवल आंख में आंख डालकर उनसे बात नहीं करते हैं अपितु दबाव में भी ले आ सकते हैं तो ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है तो इसको हमको गर्व से मनाना चाहिए। ...
छत्रपति शिवाजी महाराज भारतीय इतिहास के एक ऐसे महानायक हैं जिन्हें क्षेत्ररक्षक योद्धा, हिंदुत्व केंद्रित राजव्यवस्था तथा सामान्यजन को साथ लेकर एक अपराजेय सैन्यशक्ति के निर्माता के रूप में जाना जाता है। ...
बीते 100 वर्ष अमेरिका और यूरोपीय समाज के बंदूक के बल पर हिंसा और धौंसजनित प्रतिष्ठा के हैं इसलिए अपनी पहचान के लिए किशोरों और युवाओं के द्वारा इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं. ...
इसके लिए केजी से पीजी तक शिक्षा के विभिन्न प्रारूपों, विभिन्न स्तरों में मातृभाषा के माध्यम से शिक्षा की संभावनाओं की तलाश करनी ही पड़ेगी, तभी हम भारत के युवाओं में, भारत के लोगों में सृजनात्मक कल्पनाओं को पुनर्स्थापित कर सकेंगे। ...