संवाददाता से लेकर संपादक तक, राष्ट्रीय प्रिंट मीडिया के महत्वपूर्ण पदों पर कार्य का अनुभव, खासकर एडिटोरियल प्लानिंग, आइडिया, लॉचिंग आदि का विशेष अनुभव।Read More
पिछली बार यह सीट बीजेपी ने जीती थी, लेकिन इस बार जहां बीजेपी के लिए यह सीट बचाना मुश्किल है, वहीं कांग्रेस में गुटबाजी के चलते, उसके लिए भी यह सीट हांसिल करना आसान नहीं है। ...
दक्षिण राजस्थान का बांसवाड़ा एकमात्र ऐसा जिला है, जहां रेल नहीं है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के प्रयास से वागड़ की रतलाम-बांसवाड़ा-डूंगरपुर रेल योजना शुरू हुई थी ...
बीजेपी नेतृत्व और राजे के राजनीतिक संबंध जगजाहिर हैं। बीजेपी नेतृत्व उन्हें प्रादेशिक राजनीति से दूर ले जाना चाहता है, किन्तु राजे इसके लिए तैयार नहीं हैं। ...
देवी सिंह भाटी वर्ष 1980 से बीकानेर जिले के कोलायत विस क्षेत्र से सात बार एमएलए रह चुके हैं। उन्होंने प्रेस को कहा कि- बीजेपी छोड़ने का उन्हें दुख हो रहा है, परन्तु मेघवाल को बीकानेर से दुबारा लोस चुनाव में उम्मीदवार बनाने की खबरों के बाद उन्होंने बीज ...
सोशल मुद्दे स्थाई प्रभाव रखते हैं, जबकि इमोशनल मुद्दे तत्काल प्रभावी होते हैं, जो विवादास्पद बयान, भाषण, घटनाक्रम आदि पर निर्भर होते हैं और गुजरते समय के साथ कमजोर पड़ जाते हैं। ...
कुछ माह पहले हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश की सत्ता बीजेपी के हाथ से निकल गई थी और तब 24 जनवरी 2019 को किए गए सर्वे में बीजेपी नीत एनडीए को 18 सीटें और कांग्रेस नीत यूपीए को 7 सीटें मिलने का अनुमान था, वहीं अब बीजेपी के लिए खुशखबर यह है क ...
भाजपा चाहती है कि यह मुद्दा बना रहे ताकि रोजगार, खेती-किसानी, गैस-पेट्रोल के रेट जैसे जनिहत के मुद्दे दबे रहें. सियासी संकेत यही हैं कि- लोस चुनाव में मुद्दों से ज्यादा प्रभावी भूमिका राजनीतिक माहौल की रहेगी, भाजपा इस मामले में कांग्रेस से बहुत आगे ह ...
इस वक्त बीजेपी के पास जनता को प्रभावित करने वाले मुद्दों का अभाव है, लिहाजा विपक्षी नेताओं के विवादास्पद बयान बीजेपी के लिए चुनावी संजीवनी साबित हो सकते हैं. ...