लोकसभा चुनाव 2019: बीजेपी के पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी का इस्तीफा पार्टी को भारी पड़ेगा?
By प्रदीप द्विवेदी | Published: March 16, 2019 07:46 AM2019-03-16T07:46:34+5:302019-03-16T09:43:37+5:30
देवी सिंह भाटी वर्ष 1980 से बीकानेर जिले के कोलायत विस क्षेत्र से सात बार एमएलए रह चुके हैं। उन्होंने प्रेस को कहा कि- बीजेपी छोड़ने का उन्हें दुख हो रहा है, परन्तु मेघवाल को बीकानेर से दुबारा लोस चुनाव में उम्मीदवार बनाने की खबरों के बाद उन्होंने बीजेपी से अलग होने का निर्णय किया।
जैसी कि सियासी आंशका व्यक्त की जा रही थी, राजस्थान में भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे एवं पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया है। उन्होंने प्रेस को बताया कि वे पार्टी आलाकमान को अपना इस्तीफा भेज चुके हैं। उनकी नाराजगी सांसद और केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को लोकसभा चुनाव में दुबारा उम्मीदवार बनाये जाने की संभावनाओं को लेकर है।
देवी सिंह भाटी के बारे में
उल्लेखनीय है कि देवी सिंह भाटी वर्ष 1980 से बीकानेर जिले के कोलायत विस क्षेत्र से सात बार एमएलए रह चुके हैं। उन्होंने प्रेस को कहा कि- बीजेपी छोड़ने का उन्हें दुख हो रहा है, परन्तु मेघवाल को बीकानेर से दुबारा लोस चुनाव में उम्मीदवार बनाने की खबरों के बाद उन्होंने बीजेपी से अलग होने का निर्णय किया।
उनका यह भी कहना है कि- अर्जुनराम मेघवाल लगातार पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने पार्टी को आगाह भी किया था। वर्ष 2014 के चुनाव में भी मुझ पर दबाव डाला गया कि अब ये ऐसा नहीं करेंगे। कहा जा रहा है कि- हम समझाइश करेंगे, किन्तु समझाइश की गुंजाइश ही नही है, इसीलिए मैने मजबूरी में इस्तीफा भेज दिया है।
लोकसभा चुनाव 2014 समीकरण
याद रहे, लोस चुनाव 2014 में अर्जुनराम मेघवाल ने बीकानेर (एससी) सीट से 5,84,932 वोट हासिल कर कांग्रेस के शंकर पन्नू को 3,08,079 वोटों से हराया था, जिन्हें 2,76,853 वोट मिले थे।
विस चुनाव 2018 के दौरान इस लोस क्षेत्र में भी बीजेपी को भारी नुकसान हुआ था, लिहाजा देवी सिंह भाटी के बीजेपी छोड़ने की स्थिति में बीकानेर की सीट पर बीजेपी के लिए प्रश्नचिन्ह जरूर लग गया है।