लोकसभा चुनाव 2019: राजस्थान में इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के लिए है चुनौती, तीसरी पार्टी पलट सकती है बाजी
By प्रदीप द्विवेदी | Published: March 19, 2019 07:32 AM2019-03-19T07:32:52+5:302019-03-19T07:33:07+5:30
पिछली बार यह सीट बीजेपी ने जीती थी, लेकिन इस बार जहां बीजेपी के लिए यह सीट बचाना मुश्किल है, वहीं कांग्रेस में गुटबाजी के चलते, उसके लिए भी यह सीट हांसिल करना आसान नहीं है।
वैसे तो लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है, लेकिन बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र में तीसरी ताकत भारतयी ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के आने के बाद दोनों ही पार्टियों के सामने सवालिया निशान लग गया है। पिछली बार यह सीट बीजेपी ने जीती थी, लेकिन इस बार जहां बीजेपी के लिए यह सीट बचाना मुश्किल है, वहीं कांग्रेस में गुटबाजी के चलते, उसके लिए भी यह सीट हांसिल करना आसान नहीं है।
इस आरक्षित सीट पर ज्यादातर चुनावों में कांग्रेस की जीत का परचम लहराता रहा है, लेकिन इस बार जीत के लिए चुनौती तगड़ी है। विधान सभा चुनाव 2018 में इस लोकसभा क्षेत्र की चैरासी और सागवाड़ा विस सीटों पर भारतीय ट्राईबल पार्टी के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज करके सभी को चौंका दिया था। यही नहीं, कुछ और सीटों पर भी बीटीपी का प्रदर्शन जोरदार रहा था। बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र में बांसवाड़ा जिले के बांसवाडा, घाटोल, गढ़ी, बागीदौरा और कुशलगढ़ विस क्षेत्र, तो डूंगरपुर जिले के डूंगरपुर, सागवाड़ा और चौरासी विस क्षेत्र शामिल हैं।
विधान सभा चुनाव 2018 में इन आठ सीटों में से 3 पर कांग्रेस, 2 पर बीजेपी, 2 पर बीटीपी और 1 पर निर्दलीय (कांग्रेस की बागी) ने चुनाव जीता था। जाहिर है, इस बार- कांग्रेस, बीजेपी और बीटीपी के बीच त्रिकोणात्मक मुकाबला होगा। कांग्रेस और बीजेपी, दोनों दलों के नाराज और निराश नेता बीटीपी की ओर जा सकते हैं। यदि ऐसा होता है तो लोस चुनाव में न तो कांग्रेस को कामयाबी मिलेगी और न ही फिर से जीत दर्ज कराने का बीजेपी का सपना साकार होगा।
हालांकि, राजनीतिक जानकारों का मानना है कि विधानसभा चुनाव जैसा कोई चमत्कार ही लोस चुनाव में इस लोस क्षेत्र से बीटीपी को जीत दिला सकता है, परन्तु बीटीपी ने बीजेपी और कांग्रेस, दोनों की सफलता पर प्रश्नचिन्ह तो जरूर लगा दिया है।