सरकारी दायरे में रखने से इनके द्वारा अर्जित घाटे की भरपाई जनता की गाढ़ी कमाई से की जाती है. इनके निजीकरण से जनता को राहत मिलेगी.साथ-साथ सरकार ने दो जल विद्युत कंपनियों को नेशनल थर्मल पॉवर कॉर्पोरेशन (एनटीपीसी) को बेचने का निर्णय लिया है. ...
हमारी परिस्थिति अमेरिका के समतुल्य ही है. जिस प्रकार अमेरिका में चीन से बने माल का आयात अधिक और निर्यात कम हो रहा था भारत की परिस्थिति उसी के समान है. अत: यदि हम अमेरिका से सबक लें तो हमें भी चीन के साथ ट्रेड वॉर शुरू करना चाहिए. ...
हमें 1969 में बैंकों के राष्ट्रीयकरण के निर्णय पर पुन: विचार करना चाहिए. उस समय उद्देश्य था कि बैंकों द्वारा छोटे उद्योगों और ग्रामीण क्षेत्नों में सेवाएं उपलब्ध कराई जाए. प्रश्न यह है कि इस कार्य को रिजर्व बैंक द्वारा निजी बैंकों से क्यों नहीं कराया ...
मैं ये नहीं कह रहा हूं कि सड़कों में निवेश ठीक नहीं है. मैं यह कह रहा हूं कि जो इस समय रोजगार उपलब्ध कराने की प्राथमिकता है उसके लिए आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस और पंचायतों तक ब्रॉडबैंड पहुंचाने में बहुत अधिक रकम आवंटित की जानी चाहिए थी. ...
यदि वर्तमान में सरकार वित्तीय घाटे को बढ़ाकर ऋण लेती है तो उसका बोझ देश पर आने वाले समय में पड़ता है. तब सरकार को अधिक टैक्स वसूलकर इस ऋण की अदायगी करनी होती है. वर्तमान खर्च को भविष्य की आय से पोसने का मंत्न वित्तीय घाटा होता है. ...
विश्व स्तर पर हमारी प्रयोगशालाएं ठहरती नहीं हैं. अत: हमें तकनीकों के सृजन को आउटसोर्स करने पर विचार करना होगा. सरकार द्वारा ब्लॉकचेन और आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स जैसे क्षेत्नों में नई तकनीकों को सृजित करने के लिए निजी संस्थाओं या सरकारी प्र ...