NITI Aayog Meeting Updates: आज PM मोदी करेंगे नीति आयोग की बैठक की अध्यक्षता, ममता बनर्जी होंगी शामिल; अन्य राज्यों के सीएम का पहुंचना जारी
By अंजली चौहान | Published: July 27, 2024 09:44 AM2024-07-27T09:44:56+5:302024-07-27T10:05:01+5:30
NITI Aayog Meeting Updates: प्रधानमंत्री के अध्यक्ष के रूप में परिषद में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और कई केंद्रीय मंत्री शामिल हैं।
NITI Aayog Meeting Updates: आम बजट पेश होने के बाद आज दिल्ली में नीति आयोग की बैठक बुलाई गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली बैठक में देश के तमाम राज्यों के सीएम को आने का आदेश दिया गया है। इस बीच, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, हेमंत बिस्वा सरमा आदि मुख्यमंत्रियों का पहुंचना जारी है। हालांकि, कांग्रेस शासित राज्यों के सीएम ने बैठक में शामिल होने से इनकार करते हुए इसका बहिष्कार किया है।
#WATCH | Assam CM Himanta Biswa Sarma arrives at the Rashtrapati Bhavan Cultural Centre, New Delhi to attend the NITI Aayog meeting pic.twitter.com/eCf0wbjetW
— ANI (@ANI) July 27, 2024
#WATCH | Gujarat CM Bhupendra Patel arrives at the Rashtrapati Bhavan Cultural Centre, New Delhi to attend the NITI Aayog meeting pic.twitter.com/Lc969Nkxoa
— ANI (@ANI) July 27, 2024
गौरतलब है कि तमिलनाडु के एमके स्टालिन, हिमाचल प्रदेश के सुखविंदर सिंह सुक्खू समेत कई विपक्षी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्रीय बजट के विरोध में इसे नकारने का फैसला किया है। उनका आरोप है कि यह बजट भावना से “संघीय व्यवस्था के विरुद्ध” है और उनके राज्यों के प्रति “बेहद भेदभावपूर्ण” है।
इस बीच, सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "27 जुलाई, 2024 को होने वाली गवर्निंग काउंसिल की बैठक में विकसित भारत @2047 पर विजन डॉक्यूमेंट के लिए दृष्टिकोण पत्र पर चर्चा की जाएगी...बैठक में विकसित भारत @2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने में राज्यों की भूमिका पर भी विस्तृत विचार-विमर्श किया जाएगा।"
#WATCH | West Bengal CM Mamata Banerjee arrives at the Rashtrapati Bhavan Cultural Centre, New Delhi where the meeting of NITI Aayog will be held shortly. pic.twitter.com/x5z70u7Snc
— ANI (@ANI) July 27, 2024
बैठक में पिछले साल दिसंबर में आयोजित मुख्य सचिवों के तीसरे राष्ट्रीय सम्मेलन की सिफारिशों पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली इस परिषद में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और कई केंद्रीय मंत्री शामिल हैं।
नीति आयोग की बैठक से जुड़े टॉप पॉइंट
1- झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बैठक में हिस्सा लेंगे। ममता बनर्जी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, "हेमंत और मैं बैठक में मौजूद रहेंगे। हम दूसरों की ओर से बोलेंगे जो मौजूद नहीं होंगे।"
2- ममता बनर्जी ने कहा कि वह बैठक में शामिल होंगी और इस अवसर का उपयोग "भेदभावपूर्ण बजट" और "पश्चिम बंगाल और अन्य विपक्षी शासित राज्यों को विभाजित करने की साजिश" के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए करेंगी।
3- टीएमसी के अनुसार, केंद्र पर बंगाल का 1,76,000 करोड़ रुपये बकाया है और राज्य आवास योजना और मनरेगा का बकाया चुकाने के लिए संघर्ष कर रहा है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि आयोग की बैठक मुख्यमंत्री के लिए इस मुद्दे को उठाने का सही मंच होगी।
4- बंगाल सीएम ने कहा कि उनके मंत्रियों और भाजपा नेताओं का रवैया ऐसा है कि वे बंगाल को विभाजित करना चाहते हैं। आर्थिक नाकेबंदी के साथ-साथ वे भौगोलिक नाकेबंदी भी करना चाहते हैं। अलग-अलग नेता झारखंड, बिहार और बंगाल को विभाजित करने के लिए अलग-अलग बयान दे रहे हैं। हम इसकी निंदा करते हैं। हम अपनी आवाज रिकॉर्ड करना चाहते हैं और मैं ऐसा करने के लिए वहां मौजूद रहूंगी।
5- ममता बनर्जी ने मोदी सरकार द्वारा लाए गए सार्वजनिक नीति थिंक-टैंक की भी आलोचना की और आयोग को खत्म करने और योजना आयोग को बहाल करने की मांग की। उन्होंने कहा, "जब से नीति आयोग की योजना बनी है, मैंने एक भी काम होते नहीं देखा, क्योंकि उनके पास कोई शक्ति नहीं है। पहले एक योजना आयोग था। एक मुख्यमंत्री के तौर पर... उस समय मैंने देखा कि एक व्यवस्था थी। मैं अपनी आवाज उठाऊंगी कि इस नीति आयोग को बंद करो। उनके पास कोई वित्तीय शक्ति नहीं है। वे कुछ नहीं कर सकते, केवल अपना चेहरा दिखाने के लिए साल में एक बार बैठक करते हैं। कृपया योजना आयोग को फिर से वापस लाएं।"
6- तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (डीएमके), केरल के मुख्यमंत्री और सीपीआई (एम) नेता पिनाराई विजयन, आम आदमी पार्टी के पंजाब के सीएम भगवंत मान और तीनों कांग्रेसी मुख्यमंत्री- कर्नाटक के सिद्धारमैया, हिमाचल प्रदेश के सुखविंदर सिंह सुखू और तेलंगाना के रेवंत रेड्डी सहित कई इंडिया ब्लॉक के मुख्यमंत्रियों ने बैठक का बहिष्कार करने का फैसला किया है। उन्होंने सहयोगी जेडी(यू) और टीडीपी को शामिल करने के लिए केंद्र के पक्षपाती बजट की आलोचना की है।
7- नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने पर स्टालिन ने कहा, "वित्त मंत्री द्वारा पेश किया गया बजट उन राज्यों और लोगों के खिलाफ प्रतिशोध की कार्रवाई की तरह लगता है, जिन्होंने भाजपा का बहिष्कार किया। उन्होंने इंडिया ब्लॉक को वोट देने वालों से बदला लेने के लिए बजट तैयार किया है। संघ की भाजपा सरकार लगातार तमिलनाडु की उपेक्षा कर रही है।"
8- भाजपा ने मुख्य बैठक का बहिष्कार करने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना की। पार्टी नेता सीआर केसवन ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सहकारी संघवाद की मूल भावना के साथ विश्वासघात कर रहे हैं, राज्यों और लोगों के हितों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और उन्हें राजनीतिक मोहरे के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं।
9- उन्होंने कहा, "विरोध करने वाला विपक्ष अपने शर्मनाक बहिष्कार के साथ खतरनाक, विभाजनकारी संघवाद में लिप्त है। यह न केवल गैरजिम्मेदाराना या असहनीय है, बल्कि विपक्ष का व्यवहार अलोकतांत्रिक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कुटिल कांग्रेस और इंडी गठबंधन के बीच बुनियादी अंतर यही है। प्रधानमंत्री के लिए, 'देश' पहले आता है। लेकिन इंडी गठबंधन के लिए, नफरत पहले आती है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।"