लाइव न्यूज़ :

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान को चेताया, लेकिन प्रतिबंध हटाने की संभावना से इनकार नहीं किया

By भाषा | Updated: September 12, 2019 06:20 IST

बोल्टन पर ट्रंप को ईरान के खिलाफ युद्ध की दिशा में ले जाने का आरोप है। बोल्टन 2003 में इराक पर किये गये हमले और अमेरिका की आक्रामक विदेश नीति संबंधी फैसलों से करीबी तौर पर जुड़े रहे थे। बोल्टन को ईरान, उत्तर कोरिया और वेनेजुएला सहित अन्य देशों के खिलाफ व्हाइट हाउस के सख्त रूख के पीछे मुख्य व्यक्ति के तौर पर देखा गया था।

Open in App

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरेनियम संवर्धन को लेकर ईरान को चेताया, लेकिन ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी से मुलाकात का मार्ग प्रशस्त करने के लिए प्रतिबंध हटाने की संभावना से इनकार नहीं किया। यह पूछे जाने पर कि ईरानी नेता से मुलाकात में मदद करने के लिए क्या वह प्रतिबंधों में ढील देंगे, ट्रंप ने कहा, ‘‘हम देखेंगे कि क्या होता है।’’ हालांकि, उन्होंने ईरान को चेतावनी दी कि यूरेनियम संवर्धन के गंभीर परिणाम होंगे।

ईरान ने राष्ट्रपति हसन रूहानी और उनके अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप के बीच बैठक की संभावना बुधवार को खारिज कर दी। हालांकि, ट्रंप के दो शीर्ष लेफ्टिनेंटों मंगलवार को संकेत दिया था कि वह (ट्रंप) बगैर किसी पूर्व शर्त के ईरानी राष्ट्रपति के साथ बैठक करने के लिए तैयार हैं। ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन को बर्खास्त किये जाने के बाद अमेरिका ने यह संकेत दिया था।

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो एवं वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन ने इस बात पर जोर दिया है कि अमेरिका इस्लामी गणराज्य (ईरान) के खिलाफ ‘‘अधिकतम दबाव’’ के अपने अभियान को कायम रखेगा। ट्रंप-रूहानी बैठक का विचार पिछले महीने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने दिया था, जो ईरान और अमेरिका के बीच तनाव घटाने के लिए यूरोपीय कोशिशों का नेतृत्व कर रहे हैं।

ईरान और अमेरिका के बीच पिछले साल मई से तकरार चल रही है, जब ट्रंप ने 2015 के परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने की एकतरफा घोषणा कर दी थी और ईरान पर फिर से कड़े प्रतिबंध लगा दिए। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के प्रतिनिधि ने बुधवार को सरकारी आरएनए समाचार एजेंसी द्वारा प्रकाशित एक साक्षात्कार में रूहानी के रूख को दोहराया ।

ईरानी दूत माजिद तख्त रवांची ने कहा कि बैठक तभी हो सकती है जब अमेरिका तेहरान के खिलाफ लगाए प्रतिबंधों को हटा कर अपना आर्थिक आतंकवाद बंद करे। ईरानी दूत ने कहा कि कोई भी बैठक 2015 के परमाणु समझौते में शामिल रही बड़ी शक्तियों के समूह के ढांचे में हो। उन्होंने यह भी कहा कि बोल्टन को हटाने का ट्रंप का फैसला अमेरिका का एक आतंरिक विषय था।

टॅग्स :डोनाल्ड ट्रंपईरान
Open in App

संबंधित खबरें

भारतपीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से बात की, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर की चर्चा

विश्वअगर ट्रंप अपनी नीति में बदलाव नहीं करते, तो भारत को खो देने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति बनेंगे?, सांसद सिंडी कमलागर डोव ने कहा- सबसे बेहतर दोस्त...

विश्वडोनाल्ड ट्रंप ने लॉन्च किया 'गोल्ड कार्ड' वीजा प्रोग्राम, अमेरिकी नागरिकता पाने के लिए देने होंगे 10 लाख; जानें क्या है ये

भारतट्रंप के टैरिफ लागू करने के बीच भारत-अमेरिका की आज ट्रेड वार्ता, दिल्ली में होगी बैठक

विश्वट्रम्प की इससे ज्यादा बेइज्जती और क्या हो सकती है ? 

विश्व अधिक खबरें

विश्वनई टीम की घोषणा, सौरिन पारिख की जगह श्रीकांत अक्कापल्ली होंगे अध्यक्ष, देखिए पूरी कार्यकारिणी

विश्वEarthquake in Japan: 6.7 तीव्रता के भूकंप से हिली जापान की धरती, भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी, दहशत में लोग

विश्वपाकिस्तान के टुकड़े क्या भला करेंगे?, 12 छोटे टुकड़ों में बांटना चाहते हैं आसिम मुनीर?

विश्वसोशल मीडिया बैन, 16 साल से बच्चों पर लागू, फेसबुक, इंस्टाग्राम, किक, रेडिट, स्नैपचैट, थ्रेड्स, टिकटॉक, एक्स, यूट्यूब और ट्विच जल्दी हटाएं नहीं तो 3.29 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुर्माना

विश्वInternational Human Rights Day 2025: 10 दिसंबर को क्यों मनाया जाता है मानवाधिकार दिवस? जानें क्या है महत्व