(ललित के झा)
वाशिंगटन, 22 दिसंबर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के सर्वोच्च सैन्य सम्मानों में शामिल प्रतिष्ठित ‘लीजन ऑफ मेरिट’ पुरस्कार प्रदान किया है।
मोदी को उनके नेतृत्व में भारत और अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने और भारत को एक वैश्विक ताकत के रूप में आगे बढ़ाने के लिए यह पुरस्कार दिया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान के लिए राष्ट्रपति ट्रंप का आभार जताते हुए कहा कि यह पुरस्कार भारत और अमेरिका की जनता के संबंधों को मजबूत करने के प्रयासों को रेखांकित करता है।
मोदी ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘मैं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लीजन ऑफ मेरिट पुरस्कार से विभूषित किये जाने से बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के भारत और अमेरिका की जनता के प्रयासों को रेखांकित करता है जो भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी के बारे में दोनों देशों की द्विपक्षीय सहमति को झलकाता है।’’
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी चुनौतियां और अवसर दोनों ही प्रस्तुत करती है।
मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘भारत-अमेरिका संबंध पूरी मानव जाति के फायदे के लिए वैश्विक नेतृत्व प्रदान करने की हमारी जनता की विशिष्ट शक्ति की व्यापक क्षमता का लाभ उठा सकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत की 1.3 अरब जनता की ओर से मैं अमेरिका की सरकार और दोनों देशों के अन्य सभी हितधारकों के साथ काम करते रहने की अपनी सरकार के दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता को दोहराता हूं ताकि भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत किया जा सके।’’
अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने प्रधानमंत्री की ओर से यह पुरस्कार स्वीकार किया। उन्हें अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रोबर्ट ओ’ब्रायन ने व्हाइट हाउस में सोमवार को यह पुरस्कार प्रदान किया।
ओ’ब्रायन ने ट्वीट किया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘‘उनके नेतृत्व में अमेरिका और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए लीजन ऑफ मेरिट’’ पुरस्कार प्रदान किया।
मोदी को सर्वोच्च ‘चीफ कमांडर ऑफ द लीजन ऑफ मेरिट’ पुरस्कार दिया गया, जो केवल सरकार या राष्ट्र प्रमुख को दिया जाता है। उन्हें यह पुरस्कार उनके बेहतरीन ‘‘नेतृत्व और दूरदृष्टि के लिए दिया गया, जिसने भारत को वैश्विक शक्ति के तौर पर उभरने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ाया है और वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अमेरिका एवं भारत की रणनीतिक साझेदारी को मजबूत’’ किया है।
नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस पुरस्कार के जरिए वैश्विक शक्ति के तौर पर भारत के उत्थान के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और दूरदृष्टि को सम्मानित किया गया है।
उसने एक बयान में कहा, ‘‘इस पुरस्कार के जरिए वैश्विक शक्ति के तौर पर भारत को आगे ले जाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व एवं उनकी दूरदृष्टि और भारत एवं अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने एवं वैश्विक शांति एवं समृद्धि को प्रोत्साहित करने में उनके अनुकरणीय योगदान को सम्मानित किया गया है।’’?
वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी को मिले इस सम्मान पर कहा कि अमेरिका का यह निर्णय वैश्विक नेता के तौर पर मोदी की स्वीकार्यता को दर्शाता है तथा उनके दृष्टिकोण, नेतृत्व एवं कूटनीति का प्रमाण है।
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रतिष्ठित ‘लीजन ऑफ मेरिट’ पुरस्कार से सम्मानित किया जाना प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण, मजबूत नेतृत्व और कूटनीति को दर्शाता है। भारत जब दुनियाभर में बढ़ती महाशक्ति के रूप में उभरता है तो भारत-अमेरिका संबंध पहले से कहीं ज्यादा मजबूत होते हैं।’’
प्रधानमंत्री को बधाई देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह पुरस्कार वैश्विक नेता के तौर पर उनकी स्वीकार्यता का एक और प्रमाण है जो वैश्विक शांति की दिशा में अथक प्रयास कर रहे हैं।
ओ’ब्रायन ने एक अन्य ट्वीट में बताया कि ट्रंप ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भी लीजन ऑफ मेरिट से सम्मानित किया।
अमेरिका से पहले प्रधानमंत्री मोदी को कई अन्य देश भी अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित कर चुके हैं। इनमें 2016 में सऊदी अरब द्वारा दिया गया ‘ऑर्डर ऑफ अब्दुलअजीज अल सऊद’, ‘स्टेट ऑर्डर ऑफ गाजी अमानुल्लाह खान’ (2016), ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ स्टेट ऑफ फलस्तीन अवार्ड (2018), संयुक्त अरब अमीरात के ‘ऑर्डर ऑफ जायद अवार्ड’ (2019), रूस के ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू’ (2019) और मालदीव के ‘ऑर्डर ऑफ डिस्टिग्विंश्ड रूल ऑफ निशान आईज्जुद्दीन’ (2019) पुरस्कार शामिल हैं।
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