नई दिल्ली: भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में फंसे हुए हैं। दोनों अंतरिक्ष यात्री कुछ समय के लिए स्पेस में गए थे लेकिन अब हो सकता है कि उन्हें अगले 6 महीने तक वहीं रहना पड़े। ये सब मुसीबत आई है चीन की गलती के कारण।
दरअसल चीन के ताइयुआन सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से चीन का लॉन्ग मार्च 6A रॉकेट लॉन्च किया गया था जिसमें 18 G60 उपग्रह थे। रॉकेट उपग्रहों को तैनात करने के ठीक बाद फट गया। इससे अंतरिक्ष मलबे के 700 से अधिक टुकड़े बन गए। अब यह मलबा सुनीता विलियम्स के लिए तो मुसीबत बन ही गया है साथ ही इसके कारण 1,000 से अधिक उपग्रहों को भी खतरा पैदा हो गया है।
लॉन्ग मार्च 6A रॉकेट पृथ्वी की सतह से 503 मील (810 किलोमीटर) ऊपर फट गया। यह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से ऊपर है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पृथ्वी से 254 मील (408 किलोमीटर) ऊपर है। अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि इस घटना का कारण क्या था।
ब्लूमबर्ग की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार चीन इस मलबे की निगरानी कर रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में एक बयान भी जारी किया है। बयान में कहा गया है कि चीन ने आवश्यक उपाय किए हैं और संबंधित कक्षीय क्षेत्रों की बारीकी से निगरानी कर रहा है और डेटा विश्लेषण कर रहा है। इसमें कहा गया है कि चीन बाहरी अंतरिक्ष पर्यावरण की सुरक्षा को बढ़ावा देता है और बाहरी अंतरिक्ष गतिविधियों की दीर्घकालिक स्थिरता बनाए रखता है।
ये पहली बार नहीं है जब चीन के किसा रॉकेट में विस्फोट से अंतरिक्ष में कचरा फैल गया हो। इससे पहले 2022 में इसी तरह की एक घटना की सूचना मिली थी जब एक और लॉन्ग मार्च 6A रॉकेट में विस्फोट हुआ था। इससे अंतरिक्ष मलबे के 500 से अधिक टुकड़े बन गए।