ठळक मुद्देजर्मन टैटू आर्टिस्ट हमास आतंकवादियों के द्वारा मारी गईआर्टिस्ट का अपहरण कर हमास आतंकवादी उन्हें गाजा पट्टी ले गए थेलेकिन, तब उसकी मां ने कहा था बेटी अभी जिंदा है और अब बहन ने उसकी मृत्यु की पुष्टि कर दी है
नई दिल्ली: इजराय हमास के हमले में जर्मन टैटू आर्टिस्ट शनि लौक मारी गई, वह मात्र 22 साल की थी और इस बात की जानकारी उनकी बहन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म साइट 'इंस्टाग्राम' के जरिए दी है।
लौक ने इस बात की जानकारी देते हुए इसकी पुष्टि की है। बता दें कि हमास ने जब शुरुआती हमला 7 अक्टूबर को किया था, तभी यह घटना घटी। हुआ ये की लौक को हमास आतंकवादी ट्रक के जरिए गाजा पट्टी ले गए। इसका वीडियो बहुत तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो गया।
वीडियो से जो फुटेज बाहर आईं थी, उसके आधार पर आर्टिस्ट की मां ने कहा था कि वो अभी जिंदा है। यह आभास उन्हें वीडियो के आधार पर हुआ था।