लाइव न्यूज़ :

इस्माइल याकूब को मलेशिया का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया

By भाषा | Published: August 20, 2021 5:07 PM

Open in App

कुआलालंपुर, 20 अगस्त (एपी) मलेशिया के सुल्तान ने शुक्रवार को इस्माइल साबरी याकूब को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया, जिसके साथ ही देश में सबसे लंबे समय तक सत्ता में रहे राजनीतिक दल की फिर से वापसी हो गई। सुल्तान अब्दुल्ला सुल्तान अहमद शाह ने कहा कि इस्माइल को 114 सांसदों का समर्थन यानी बहुमत हासिल है। उन्होंने कहा कि इस्माइल (61) शनिवार को मलेशिया के नौवें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। सुल्तान अब्दुल्ला ने एक बयान में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस्माइल की नियुक्ति से देश की राजनीतिक उथल-पुथल का अंत हो जाएगा। उन्होंने सांसदों से अपने राजनीतिक मतभेदों को दूर करने और देश में महामारी से निपटने के लिए एकजुट होने का आग्रह किया।मलेशिया में साधारण बहुमत के लिए आवश्यक 111 मतों की जरूरत होती है जबकि इस्माइल के पास 114 वोट हैं। मुहिद्दीन यासीन बहुमत के करीब थे लेकिन वह इसे बरकरार नहीं रख पाए। इस्माइल गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी यूएमएनओ से हैं। संसद में उसकी स्थिति मजबूत है लेकिन उसे अभी भी मुहीद्दीन की पार्टी की जरूरत है ताकि नेतृत्व के लिए पर्याप्त समर्थन मिल सके। इस्माइल इससे पहले मुहिद्दीन यासीन की सरकार में उप प्रधानमंत्री थे। यासीन ने गठबंधन में अंतर्कलह के चलते बहुमत खोने के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। वह 18 महीने से कम समय तक देश के प्रधानमंत्री रहे। मुहिद्दीन के गठबंधन को बरकरार रखने के लिये इस्माइल की नियुक्ति जरूरी थी। इस्माइल के प्रधानमंत्री नियुक्त होने के बाद देश में यूनाइटेड मलयज नेशनल ऑर्गनाइजेशन (यूएमएनओ) फिर से सत्ता में लौट आया है। साल 1957 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद से 2018 तक यूएमएनओ सत्ता में रहा। करोड़ों रुपये के वित्तीय प्रकरण के चलते 2018 में हुए चुनाव में उसे सत्ता गंवानी पड़ी थी। मलेशिया में सुल्तान की भूमिका काफी हद तक औपचारिक होती है, लेकिन वह उस व्यक्ति को नियुक्त करता है जिसे वह मानता है कि संसद में उसे प्रधानमंत्री के रूप में बहुमत का समर्थन प्राप्त है और प्रांत के शासक उसे ऐसी नियुक्तियों पर सलाह दे सकते हैं। इस्माइल की उम्मीदवारी का विरोध करने वाले मलेशियाई लोगों ने एक ऑनलाइन याचिका शुरू की है, जिसमें अब तक 3,40,000 से अधिक हस्ताक्षर किए गए हैं। कई लोगों का मानना ​​​​है कि इस्माइल की नियुक्ति यथास्थिति को बरकरार रखेगी। सात महीने की आपातस्थिति और जून से लॉकडाउन के बावजूद मलेशिया में प्रति व्यक्ति संक्रमण दर और मृत्यु दर काफी अधिक है। जून के बाद से संक्रमण के दैनिक मामलों में दोगुनी वृद्धि हुई है। बृहस्पतिवार को रिकॉर्ड 22,928 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 15 लाख हो गई। अब तक कुल 13 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारत'प्रज्वल के पूर्व ड्राइवर को मलेशिया किसने भेजा?' सेक्स टेप विवाद में आया नया ट्विस्ट

विश्वसुल्तान इब्राहिम बने मलेशिया के नए राजा, 5.7 बिलियन डॉलर की अकूत संपत्ति के हैं मालिक, जानिए उनके बारे में

विश्वसिर्फ मलेशिया ही नहीं, इन देशों में भी भारतीयों को मिलती है वीजा-फ्री एंट्री, जानिए..

विश्वBest Places to Visit in Malaysia: बना रहे हैं मलेशिया घूमने का प्लान तो इन जगहों पर जाना न भूले, यादगार पल के साथ मिलेंगे खूबसूरत नजारें

विश्वघूमने का है शानदार मौका, पासपोर्ट लेकर निकल पड़िए इस देश, जानिए क्या है ये आसान नियम

विश्व अधिक खबरें

विश्वSouth African Parliamentary Elections: एएनसी को 30 साल में पहली बार नहीं मिला बहुमत, अफ्रीका को रंगभेद से मुक्त कराने वाली पार्टी को 40 प्रतिशत से अधिक मत

विश्व'पीओके एक विदेशी क्षेत्र है': पाकिस्तान सरकार ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट में यह स्वीकारा किया

विश्वHush money trial: सभी 34 आरोपों में दोषी डोनाल्ड ट्रम्प!, अब आगे क्या करेंगे?, आखिर जानिए कब क्या हुआ

विश्वVideo: जर्मनी के शहर मैनहेम में चाकूबाजी, इस्लामिक अतिवाद के आलोचक पर हमला, कई लोग घायल, पुलिस को चलानी पड़ी गोली

विश्वIsrael Hamas War: इजरायली सेना ने मिस्र के साथ गाजा की पूरी सीमा पर नियंत्रण किया, हमले तेज, बमबारी जारी