घूमने का है शानदार मौका, पासपोर्ट लेकर निकल पड़िए इस देश, जानिए क्या है ये आसान नियम
By आकाश चौरसिया | Published: November 27, 2023 12:49 PM2023-11-27T12:49:17+5:302023-11-27T13:07:51+5:30
घूमने को लेकर मन बना रहे हैं तो इस समय मलेशिया से अच्छा डेस्टिनेशन कोई और जगह नहीं है। क्योंकि अभी देश में आने के लिए भारतीयों और चीनी लोगों को वहां की सरकार वीजा-फ्री एंट्री देने जा रही है।
नई दिल्ली: मलेशिया सरकार ने चीन और भारत के लिए देश में एंट्री पर नीतियों में कुछ बदलाव किए हैं। 1 दिसंबर से मलेशिया में भारत और चीन के लिए वीजा-फ्री एंट्री होने जा रही है। प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने पुत्रजया में अपनी पीपुल्स जस्टिस पार्टी की वार्षिक कांग्रेस में एक भाषण के दौरान यह घोषणा की।
क्या बदलाव होने जा रहे हैं?
अब भारतियों को 1 दिसंबर से मलेशिया में एंट्री में लेने के लिए वीजा नहीं लेना पड़ेगा। वहीं, भारतीय अगले 30 दिनों तक मलेशिया में बिना वीजा के शैर कर पाएंगे। हालांकि, वीजा आवश्यकताएं हटा दी गई हैं, फिर भी मलेशिया जाने वाले भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षा जांच होगी।
मलेशिया ने ऐसा कदम क्यों उठाया?
प्रधानमंत्री इब्राहिम ने पहले ही एक योजना के तहत बताया था कि पर्यटन और निवेश को बढ़ावा देने के लिए आने वाले कुछ सालों में भारतीयों और चीनी नागरिकों को वीजा-फ्री एंट्री दी जाएगी।
मलेशिया सरकार के मुताबिक, देश के लिए चीन और भारत बहुत अहम बाजार हैं, दोनों देशों से मलेशिया में पहुंचने के मामले में चौथे और पांचवे स्थान पर हैं। इस साल जनवरी से जून के बीच, मलेशिया में कुल 9.16 मिलियन पर्यटकों का आगमन दर्ज हुआ, जिसमें इस अवधि के दौरान भारत ने 283,885 का योगदान दिया, जिससे मलेशिया के लिए पर्यटकों के एक बड़े स्रोत के रूप में अपनी स्थिति मजबूत हो गई। यह बात एनडीटीवी वेबसाइट समाचार के मुताबिक है।
मलेशिया सरकार यह मानकर चल रही है कि एंट्री प्रक्रिया को आसान बनाने से और अधिक पर्यटन का आगमन उनके देश में होगा। इसके जरिए मलेशिया के आर्थिक विकास की गति भी बढ़ेगी। श्रीलंका, वियतनाम, थाईलैंड के बाद मलेशिया ऐसा चौथा देश होगा, जो भारतीयों को वीज-फ्री एंट्री देने जा रहा है।