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Covid: चीन के चंगदू में शवदाह गृह के स्लॉट पूरी तरह हुए बुक, अस्पतालों में खत्म हुई दवाइयां, रिटायर्ड डॉक्टरों को काम पर बुलाया गया

By अनिल शर्मा | Published: December 29, 2022 9:36 AM

रिपोर्ट के मुताबिक, जो नर्सें और डॉक्टर बीमार भी हैं, उनको भी काम करने के लिए कहा गया है। और ग्रामीण समुदायों में सेवानिवृत्त चिकित्सा कर्मचारियों को मदद के लिए फिर से काम पर रखा गया है। कुछ शहर दवा की कमी से जूझ रहे हैं। 

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ठळक मुद्देचीन की ये हालत तब हुई जब उसने देश में सख्त कोविड प्रतिबंधों को खत्म कर दिया। चीन में 90% से ऊपर टीकाकरण हो चुका है। लेकिन बूस्टर शॉट लेने वाले वयस्कों की दर महज 57.9% है। चीन के कई शहर दवाइयों की कमी से जूझ रहे हैं जबकि रिटायर्ड डॉक्टरों को वापस काम पर बुलाया गया है।

बीजिंगाः कोविड 19 से चीन की हालत बेदह खराब है। वहां के कई सरकारी और निजी अस्पताल कोविड मरीजों से भर चुके हैं। वहीं शवदाह गृह के स्लॉट भी पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। रॉयटर की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को चीन के अस्पतालों में काफी दबाव बढ़ गया क्योंकि कोविड में दी जाने वाली दवाइयां खत्म हो चुकी हैं। एम्बुलेंस में अस्पतालों में सिर्फ कोविड के मरीज ही पहुंच रहे हैं। सरकार का कहना है कि मरीजों की मौत निमोनिया और श्वसन विफलता के कारण हो रही है।

चीन दक्षिणी-पश्चिमी शहर चंगदू के एक निजी शवदाह गृह के एक कर्मचारी ने बताया है शवदान गृह के आसपास के कार पार्क भर गए हैं।  सख्त कोविड-19 नीति हटने के बाद कोविड-19 संक्रमण से बहुत मौतें हो चुकी हैं। लगातार लाशें जल रही हैं। कर्मचारी ने बताया कि रोज लगभग 200 लाशें जला रहे हैं। जबकि बाकी दिनों में यहां केवल 30-50 लाशें जलती थीं। उसने कहा कि हम इतने व्यस्त हैं कि हमारे पास खाने के लिए भी समय नहीं है। उसने आगे बताया कि शवदाह के लिए स्लॉट पूरी तरह से बुक हो चुके हैं और नए साल तक एक भी स्लॉट खाली नहीं है।

चेंगदू के एक बड़े अस्पताल हुआक्सी के कर्मचारियों ने कहा कि वे COVID रोगियों के साथ "बेहद व्यस्त" हैं। वहीं एक एम्बुलेंस चालक ने कहा कि मैंने अपने 30 साल के करियर में इससे ज्यादा व्यस्त कभी नहीं रहा। मंगलवार शाम को अस्पताल के आपातकालीन विभाग और बगल के फीवर क्लीनिक के अंदर और बाहर लंबी कतारें थीं। एंबुलेंस में आने वालों में से अधिकांश को सांस लेने में दिक्कत थी और उन्हें ऑक्सीजन लगाया जा रहा था।  एक कर्मचारी ने कहा कि लगभग सभी रोगी COVID से संक्रमित हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल के पास कोविड-विशिष्ट दवा का कोई स्टॉक नहीं है और केवल खांसी जैसे लक्षणों के लिए दवाएं बची हैं और यही दी जा रही हैं। 

चीन की ये हालत तब हुई जब उसने देश में सख्त कोविड प्रतिबंधों को खत्म कर दिया। जिससे उसकी नाजुक स्वास्थ्य प्रणाली चरमरा गई है। पिछले सप्ताह सरकार ने एक आंकड़ा जारी किया था, जिसके अनुसार, चीन में 90% से ऊपर टीकाकरण हो चुका है। लेकिन बूस्टर शॉट लेने वाले वयस्कों की दर महज 57.9% है। यही नहीं, चीन में 80 और उससे अधिक उम्र के 42.3% लोगों को ही बूस्टर डोज दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने कोविड से लड़ने के लिए देश में घरेलू तौर पर 9 कोविड टीके विकसित किए हैं। लेकिन अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रॉन वैरिएंट को लक्षित करने के लिए इनमें से किसी को भी अपडेट नहीं किया गया है। 

रिपोर्ट के मुताबिक,  बीमार नर्सों और डॉक्टरों को भी काम करने के लिए कहा गया है। और ग्रामीण समुदायों में सेवानिवृत्त चिकित्सा कर्मचारियों को मदद के लिए फिर से काम पर रखा गया है। कुछ शहर दवा की कमी से जूझ रहे हैं। 

टॅग्स :चीनकोरोना वायरसओमीक्रोन (B.1.1.529)
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