Chinese Coast Guard vs Philippine Coast Guard: अपने पड़ोसी देशों को डराकर रखने और उन पर धौंस दिखाने की चीन की आदत एक बार फिर सामने आई है। दक्षिण चीन सागर से ऐसी वीडियो सामने आई है जो चीन की शराफत की पोल खोल देती है। दक्षिण चीन सागर में एक चीनी तट रक्षक जहाज ने जानबूझकर फिलीपीन तट रक्षक जहाज बीआरपी टेरेसा मैगबानुआ को एस्कोडा शोल के पास तीन बार टक्कर मारी। इस घटना से विवादित जल क्षेत्र को लेकर दोनों देशों के बीच बढ़ता तनाव एक बार फिर सामने आ गया है।
वीडियो सामने आने के बाद चीन की सच्चाई भी सामने आ गई है। चीनी जहाज ने फिलीपीन के जहाज को तीन बार टक्कर मारी। अगर ऐसा एक बार होता तो माना जा सकता था कि दुर्घटना के कारण ऐसा हुआ लेकिन तीन बार अलग-अलग दिशाओं से फिलीपीन तट रक्षक जहाज में टक्कर मारने की घटना समंदर में चीन की दादागिरी को दिखाती है।
चीन ने फिलीपीन की गलती बताई
हालांकि इस घटना पर चीन ने अपना अगल पक्ष रखा है। चीन के राज्य समर्थित मीडिया ग्लोबल टाइम्स के अनुसार शनिवार को सुबह 08:02 बजे, फिलीपीन जहाज 9701 ने लंगर डाला और चीन के जियानबिन जिओ में उकसावे की कार्रवाई की। ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि जवाब में, चीनी तट रक्षक जहाज 5205 ने कानूनी रूप से मौखिक चेतावनी जारी की और निगरानी और नियंत्रण उपाय किए। चीन तट रक्षक के प्रवक्ता लियू डेजुन के अनुसार, 12:06 बजे, फिलीपीन जहाज ने जानबूझकर गैर-पेशेवर और खतरनाक तरीके से चीनी जहाज 5205 में टक्कर मार दी।
भारत की मदद से मजबूत हो रहा है चीन
दक्षिण चीन सागर चीन अपनी नौसैनिक ताकत के दम पर फिलीपीन को धमकाता रहता है। चीन की दादागिरी से तंग आकर फिलीपीन अब भारत की मदद से अपनी ताकत बढ़ा रहा है। भारत ने अप्रैल महीने में फिलीपींस को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों की पहली खेप की आपूर्ति की थी। चीन का मुकाबला करने के लिए एक रणनीतिक कदम में फिलीपींस ब्रह्मोस मिसाइल के लिए एक बेस स्थापित कर रहा है। फिलीपींस के इस फैसले का उद्देश्य दक्षिण चीन सागर में चीनी युद्ध बेड़े की निगरानी करना है। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के कारण ही फिलीपीन ने भारत से दुनिया की सबसे खतरनाक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस खरीदी।