पेरिस, 30 अक्टूबर (एपी) फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि मछली पकड़ने के अधिकार को लेकर ब्रिटेन के साथ फ्रांस का विवाद ब्रेग्जिट के बाद की दुनिया में ब्रिटेन की विश्वसनीयता की परीक्षा है।
फ्रांस, ब्रिटेन के जलक्षेत्र में मछली के लिए परमिट पर प्रतिबंध से नाराज है और उसका कहना है कि वह उस समझौते का विरोध करता है जिस पर ब्रिटेन ने यूरोपीय संघ (ईयू) छोड़ते समय हस्ताक्षर किए थे। फ्रांस ने यूरोपीय संघ को इस बारे में आगाह किया है।
ब्रिटेन की नौकाओं और जहाजों पर कड़ी जांच मंगलवार से शुरू हो रही है। ब्रिटेन का कहना है कि फ्रांस की कुछ नौकाओं को अधिक कागजी कार्रवाई करने की जरूरत है। इस सप्ताह के अंत में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ बैठक से पहले मैक्रों ने अखबार ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ के साथ एक साक्षात्कार में फ्रांस की स्थिति का बचाव किया और तर्क दिया कि मछली पकड़ने का विवाद दुनिया भर में ब्रिटेन की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकता है।
मैक्रों ने कहा, ‘‘कोई गलती न करें, यह सिर्फ यूरोपीय लोगों के लिए नहीं बल्कि उनके सभी सहयोगियों के लिए है। क्योंकि जब आप किसी संधि पर बातचीत करने में वर्षों लगाते हैं और फिर कुछ महीने बाद आप उन पहलुओं पर जो तय किया गया था, उसके विपरीत करते हैं तो यह आपकी विश्वसनीयता का एक बड़ा संकेत नहीं है।’’
मैक्रों ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि विवाद को सुलझाने के लिए ब्रिटेन के पास ‘इच्छाशक्ति’ है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें एक-दूसरे का सम्मान करने और प्रतिबद्धता का पालन करने की आवश्यकता है।
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