कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को पुलिस ने मंगलवार (24 दिसंबर) को उस वक्त कथित तौर पर रोक दिया जब वे संशोधित नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शन में मारे गए लोगों के परिवारों से मिलने मेरठ जा रहे थे। कांग्रेस सूत्रों ने यह जानकारी दी। राहुल और प्रियंका को उन लोगों के परिवारों से मुलाकात करनी थी जो हाल ही में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान मारे गए थे। यूपी पुलिस के रोके जाने का और उनसे बात-चीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसी के साथ ट्विटर पर हैशटैग #Meerut टॉप ट्रेंड करने लगा है।
हैशटैग #Meerut के साथ लोग यही पूछ रहे हैं कि आखिर प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को मेरठ जाने के क्यों रोका जा रहा है। कांग्रेस नेता सरल पटेल ने ट्वीट कर लिखा है, पुलिस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को मेरठ के बाहरी इलाके में ही रोक दिया है। पुलिस कह रही है कि धारा 144 लागू है, उसके बाद भी राहुल गांधी ने कहा कि केवल 3 लोग जाएंगे। पुलिस उन्हें फिर भी आगे नहीं जाने दे रही है। शर्म की बात है।
राधिका खेरा ने लिखा है, मोदी-योगी इनसे डरते हैं। पुलिस को आगे करते हैं।
कैप्टन.अमरिंदर सिंह ने कहा, शर्मनाक यूपी पुलिस।
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इससे पहले गत रविवार को प्रियंका गांधी ने बिजनौर में भी उन दो युवकों के परिवारों से मुलाकात की थी जो प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में मारे गए थे। प्रियंका ने सोमवार को इन दोनों युवकों को ‘शहीद’ करार दिया था और कहा था कि इनके नाम पर सभी लोग संकल्प लें कि संविधान की रक्षा की जाएगी। कांग्रेस संशोधित नागरिकता कानून को ‘असंवैधानिक’ करार देते हुए इसका खुलकर विरोध कर रही है।
प्रियंका ने सोमवार (23 दिसंबर) को इन दोनों युवकों को ‘शहीद’ करार दिया था और कहा था कि इनके नाम पर सभी लोग संकल्प लें कि संविधान की रक्षा की जाएगी। कांग्रेस संशोधित नागरिकता कानून को ‘असंवैधानिक’ करार देते हुए इसका खुलकर विरोध कर रही है।