तमिलनाडु के लेखक नीलई कन्नन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को लेकर एक विवादित बयान दे दिया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। चेन्नई में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) द्वारा आयोजित सीएए (CAA) विरोधी सभा में लेखक नीलई कन्नन ने पीएम मोदी और अमित शाह को जान से मारने की बात कही है। कई अंग्रजी वेबसाइट और टाइम्स नाउ के अधिकारिक ट्विटर हैंडल में दावा किया है, एक सीएए विरोधी सभा में नीलई कन्नन ने कहा, ''वह हैरान हैं कि मुस्लिमों ने अब तक प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की हत्या क्यों नहीं की है।'' वायरल वीडियो शनिवार (28 दिसंबर) को तिरूनेलवेली में आयोजित एक बैठक का है। नीलई कन्नन तमिल साहित्यकार हैं और टेलीविजन पर साहित्य और विमर्श आधारित कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं।
टाइम्स नाऊ ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि इस वीडियो के वायरल होने के बाद बीजेपी की तमिलनाडु इकाई ने तमिल लेखक कन्नन के खिलाफ गिरफ्तारी की मांग करते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। बीजेपी का आरोप है कि आधे घंटे से ज्यादा के संबोधन में कन्नन ने असभ्य और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है।
दावों के मुताबिक मुस्लिमों को उकसाने का प्रयास करते हुए, तमिल लेखक ने कहा, ''उन्हें उम्मीद थी कि देश के मुसलमान गृह मंत्री अमित शाह को नागरिकता संशोधन अधिनियम लागू करने के लिए मार देंगे, लेकिन अभी तक किसी मुसलमान ने उनकी हत्या नहीं की है।''
तमिल लेखक ने कहा, ''अगर कहानी खत्म हो गई है तो पीएम मोदी की भी कहानी खत्म हो जानी चाहिए। मुझे उम्मीद थी कि ऐसा कुछ होगा लेकिन किसी मुस्लिम ने ऐसा नहीं किया है।''
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, बीजेपी पार्टी महासचिव के. एस. नरेंद्रन ने अलग से राज्य के पुलिस महानिदेशक को याचिकाकर्ता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए आरोप लगाया कि उनकी (लेखक) टिप्पणी राष्ट्रीय अखंडता के खिलाफ है और इससे सांप्रदायिक टकराव होगा।
तमिल लेखक अपने बयान को लेकर सोशल मीडिया पर विवादों में आ गए हैं और उनके वीडियो भी शेयर किए जा रहे हैं। देखें लोगों की प्रतिक्रिया
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी और एनपीआर को लेकर पिछले कुछ दिनों से देश के कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। हिंसक प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश केंद्र बना हुआ है। जहां विरोध के दौरान दर्जन लोगों की मौत हो गई।